श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने स्विगी के साथ किया समझौता, पैदा होंगे 12 लाख से अधिक रोजगार के अवसर
नई दिल्ली, 15 अप्रैल । श्रम एवं रोजगार मंत्रालय और ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग और डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी ने मंगलवार को नई दिल्ली में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस अवसर पर केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मांडविया भी मौजूद रहे। इस समझौते से अगले 2-3 वर्षों में 12 लाख से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है।
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने जारी एक बयान में कहा कि केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया और केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे की उपस्थिति में इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। यह समझौता राष्ट्रीय करियर सेवा (एनसीएस) पोर्टल के जरिए गिग और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में रोजगार संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस अवसर पर अपने संबोधन में डॉ. मंडाविया ने कहा, “नेशनल करियर सर्विस पोर्टल पूरे भारत में नौकरी चाहने वालों और नियोक्ताओं को जोड़ने वाला एक गतिशील मंच है। 31 जनवरी, 2025 तक 1.25 करोड़ से अधिक सक्रिय नौकरी चाहने वालों और 40 लाख पंजीकृत नियोक्ताओं के साथ, यह कार्यबल जुटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। डॉ. मंडाविया ने सहयोग का स्वागत करते हुए कहा कि एनसीएस पोर्टल के माध्यम से अगले 2-3 वर्षों में 12 लाख से अधिक रोजगार के अवसर पैदा करने की स्विगी की प्रतिबद्धता की सराहना योग्य है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “यह सहयोग एक जीत-जीत मॉडल का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि स्विगी को विविध, कुशल और नौकरी के लिए तैयार प्रतिभा पूल तक पहुंच प्राप्त होगी, देशभर में लाखों नौकरी चाहने वालों को बढ़ी हुई दृश्यता और रोजगार के अवसरों तक पहुंच से लाभ होगा।” इस समझौते से स्विगी के साथ यह साझेदारी पोर्टल की पहुंच को तेजी से बढ़ती गिग और प्लेटफॉर्म अर्थव्यवस्था में और बढ़ाएगी, जिससे लाखों युवाओं के लिए लचीले और स्थान-आधारित अवसरों तक पहुंच संभव होगी।” उन्होंने आगे कहा, “स्विगी देश के 500 से अधिक शहरों में काम कर रहा है, जिससे लोगों को रोजगार मिल पा रहा है। इसी के चलते हम प्राइवेट कंपनियों के साथ एमओयू साइन कर रहे हैं।