मोदी को अब्दुल्ला परिवार का आभारी होना चाहिए: महबूबा
श्रीनगर,20 सितंबर : पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जम्मू-कश्मीर के भारत में विलय में अहम भूमिका निभाने के लिए शेख अब्दुल्ला परिवार का आभारी होना चाहिए।
सुश्री मुफ्ती ने आज यहां संवाददाताओं से कहा, “मेरा मानना है कि श्री मोदी को शेख साहब (नेशनल कॉन्फ्रेंस के संस्थापक) और उनके परिवार का आभारी होना चाहिए, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर के भारत में विलय में अहम भूमिका निभायी।” उन्होंने आरोप लगाया कि जब नेशनल कॉन्फ्रेंस(नेंका) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार में मंत्री थे, तो उन्होंने आधिकारिक पुष्टि से पहले ही जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद निरोधक अधिनियम (पोटा) लागू कर दिया और कश्मीरी शिल्प शाहतूश पर प्रतिबंध लगा दिया ।
उन्होंने कहा, “भाजपा ने उमर को हर देश में सिर्फ यह संदेश देने के लिए भेजा कि जम्मू-कश्मीर कोई मुद्दा नहीं बल्कि आतंकवाद का मुद्दा है और इसे पाकिस्तान पर हमला करके सुलझाया जाना चाहिए। मुझे लगता है कि भाजपा को उमर का शुक्रिया अदा करना चाहिए जिन्होंने जम्मू-कश्मीर में अपना एजेंडा लागू किया। भाजपा ने उमर का इस्तेमाल अपने हित के लिए किया।” उन्होंने दावा किया कि भाजपा तीन महीने तक पीडीपी के दरवाजे पर खड़ी रही और उनसे किसी भी शर्त पर सरकार बनाने की गुहार लगायी थी।
उन्होंने कहा , “हमने कुछ शर्तों पर सरकार बनाई थी, जिसमें अनुच्छेद 370 को न छूना, पाकिस्तान के साथ सड़कें खोलना, सशस्त्र बल विशेषाधिकार (एएफएसपी) अधिनियम को समाप्त करना और कश्मीर में पाकिस्तान और हुर्रियत के लोगों से बातचीत करना शामिल है।” एक सवाल के जवाब में पीडीपी प्रमुख ने कहा , “मेरी राय में अगर अब्दुल्ला के परिवार ने पाकिस्तान के एजेंडे को लागू किया होता, तो जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं होता। यह या तो पाकिस्तान का हिस्सा होता या एक स्वतंत्र राज्य होता।”
नेकां-कांग्रेस के घोषणापत्र के बारे में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री आसिफ ख्वाजा के बयान और वहां इसका जश्न मनाये जाने संबंधी प्रधानमंत्री के कथन के संदर्भ में सुश्री मुफ्ती ने कहा , “मुझे लगता है कि भाजपा हर मोर्चे पर विफल रही है। भाजपा ने दावा किया था कि वे हर साल दो करोड़ नौकरियां देंगे, जो 10 साल में 10 करोड़ नौकरियां हो गयी। देश में हिंदू, मुस्लिम कार्ड खेलने, मुसलमानों की लिंचिंग और मस्जिदों को नष्ट करने के बाद अब भाजपा के लोग पाकिस्तान के बारे में बात कर रह हैं। यह उनकी विफलता ही है जो उन्हें कुछ भी बोलने के लिए मजबूर करती है।”