National Update : किसानों के विरोध में नहीं लेकिन लाल किले व तरंगे के अपमान के विरोध में देश: शाहनवाज
सुपौल, 31 जनवरी ।किसानों के विरोध में नहीं लेकिन लाल किले व तरंगे के अपमान के विरोध में देश है। 26 जनवरी को ट्रेक्टर के टायर के नीचे लोकतंत्र और गणतंत्र को कुचलने की साजिश हुई। यह कहना है नव निर्वाचित विधान परिषद सदस्य शाहनवाज हुसैन का।
एमएलसी बनने के बाद पहली बार सुपौल में अपने घर पहुंचे हुसैन ने कहा कि जहां पंडित जवाहर लाल नेहरू ने झंडा फहराया और आजादी का जश्न मनाया, जहां श्रीमती इंदिरा गांधी, अटल बिहारी वाजपेयी और नरेंद्र मोदी जी उस प्राचीर से झंडा फहराते हैं। वहां इस देश के लोग प्रधानमंत्री के अलावे किसी अन्य को झंडा फहराते नहीं देख सकते हैं। यही कारण है कि पूरे देश में उन लोगों के खिलाफ गुस्सा है, जो लोग किसान आंदोलन के नाम पर इस देश का अपमान किया।
उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी पर कोई रोक नहीं है, लेकिन सभ्य समाज में कोई गाली गलौज व असभ्य भाषा बोलने की इजाजत नहीं देता है। मंत्रिमंडल विस्तार की बात पूछे जाने पर दबी जुबान से उन्होंने कहा कि जल्द ही हो जाएगा। सरकार अच्छी चल रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने जितना मुझे दिया शायद किसी को भी नही दिया होगा। 21 सालों तक स्टार कैम्पेनर बनाकर रखा। अब जीवन भर कुछ न मिले तो भी उफ न करूंगा। मौके पर विधायक नीरज कुमार सिंह बबलू, नागेंद्र नारायण ठाकुर आदि मौजूद थे।
(हि. स.)