नयी प्रोत्साहन योजना से इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण मिशन को गति मिलेगी: राजीव चंद्रशेखर
नयी दिल्ली, 17 मई: इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा है कि आईटी हार्डवेयर के लिए उत्सादन से संबद्ध प्रोत्साहन की दूसरी स्कीम (पीएलआई 2.0) से भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण को 2025-26 तक 30,000 करोड़ डालर तक पहुंचाने के मिशन को और गति मिलेगी।
केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा बुधवार को इस 17000 करोड़ रुपये की पीएलआई स्कीम को मंजूरी दी गयी। चंद्रशेखर ने इस निर्णय पर एक बयान में कहा, ‘ यह योजना भारत में डिजिटल अर्थव्यवस्था को एक लाख करोड़ डालर तक पहुंचाने के लक्ष्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।” उन्होंने कहा कि आईटी हार्डवेयर पीएलआई 2.0 का उद्येश्य आईटी हार्डवेयर/सर्वर/लैपटॉप की वैश्विक मूल्य श्रृंखला में भारत के उत्पादन और उपस्थिति का विस्तार करना है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी दूरदर्शी पीएलआई नीतियों ने भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण को उत्प्रेरित किया है और इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए वैश्विक आपूर्ति और मूल्य श्रृंखलाओं को बदलने और विस्तार करने में भारत को एक गंभीर सहयोगी के रूप में आगे किया है।
उन्होंने स्मार्टफोन निर्माण के लिए तेजी से विकसित और दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा आधार और एक विश्वसनीय आधार बनाने में सफलताओं के बाद, अब ध्यान भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स इको-सिस्टम को व्यापक और गहरा बनाने पर है।
इलेक्ट्रॉनिक्स पारिस्थितिकी तंत्र का विस्तार करके इस दशक को भारत के लिए प्रौद्योगिकी प्रेरित प्रगति का दशक (टेकेड) बनाने और इलेक्ट्रानिक उद्योग को सालाना एक लाख करोड़ डलर तक पहुंचाने का लक्ष्य है।
मनोहर,आशा
वार्ता