अफगानिस्तान में सैन्य उपस्थिति पर विचार नहीं: सेना प्रमुख
नयी दिल्ली, 13 जनवरी : सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने सोमवार को कहा कि भारत निकट समय सीमा में अफगानिस्तान में किसी भी सैन्य उपस्थिति पर विचार नहीं किया जा रहा है।
जनरल द्विवेदी ने कहा, ‘भारत और अफगानिस्तान के बीच भावनात्मक जुड़ाव हमेशा ऊंचा रहा है और आगे भी जारी रहेगा, लेकिन जहां तक सैन्य उपस्थिति का सवाल है, हम निकट समय सीमा में अफगानिस्तान में किसी भी सैन्य उपस्थिति पर विचार नहीं कर रहे हैं।”
सेना प्रमुख का यह जवाब यहां उनकी वार्षिक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक सवाल पर आया कि क्या भारत अफगानिस्तान के साथ कोई सैन्य संबंध स्थापित करने की योजना बना रहा है।
उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने दुबई में अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री मावलवी अमीर खान मुत्ताकी के साथ बैठक की थी। दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय संबंधों के साथ-साथ क्षेत्रीय विकास से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
दोनों पक्षों ने चल रहे भारतीय मानवीय सहायता कार्यक्रमों का मूल्यांकन किया और वीजा और व्यापार को सुविधाजनक बनाने पर भी सहमति व्यक्त की।
भारत ने सोमवार को अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में पाकिस्तान द्वारा किए गए सीमा पार हवाई हमलों की कड़ी निंदा की, जिसमें 46 नागरिक मारे गए और अपनी विफलताओं के लिए पड़ोसियों को दोषी ठहराने के लिए पाकिस्तान की आलोचना की। इसके अलावा, 06 जनवरी को विदेश मंत्रालय ने 25 दिसंबर को पाकिस्तान द्वारा अफगान क्षेत्र में किए गए हवाई हमलों की भी निंदा की थी।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा , “हमने महिलाओं और बच्चों सहित अफगान नागरिकों पर हवाई हमलों की मीडिया रिपोर्टों पर गौर किया है, जिसमें कई कीमती जानें चली गई हैं। हम निर्दोष नागरिकों पर किसी भी हमले की स्पष्ट रूप से निंदा करते हैं।”