पाकिस्तान ने 8000 से अधिक अफगान शरणार्थियों को किया निष्कासित
इस्लामाबाद, 09 अप्रैल । पाकिस्तान ने एक बार फिर अफगान शरणार्थियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 01 अप्रैल के बाद से अब तक 8,000 से अधिक अफगान नागरिकों को देश से बाहर निकाला है। यह कदम उस समय उठाया गया जब अफगान सिटीजन कार्ड (एसीसी) धारकों के लिए निर्धारित स्वैच्छिक वापसी की समयसीमा 31 मार्च को समाप्त हो गई।
पाकिस्तानी अधिकारियों के अनुसार, यह निष्कासन प्रक्रिया देशभर में व्यापक स्तर पर चलाई जा रही है और मुख्य रूप से उन अफगान नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है जो अवैध रूप से पाकिस्तान में रह रहे हैं या जिनके दस्तावेज अब वैध नहीं हैं।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 01 अप्रैल से अब तक 8,115 से अधिक अफगानों को तोर्खम सीमा चौकी के माध्यम से अफगानिस्तान वापस भेजा जा चुका है। इनमें से बड़ी संख्या में लोगों को पंजाब प्रांत से गिरफ्तार किया गया। पंजाब सरकार के मुताबिक, अब तक 5,000 से ज्यादा अफगान नागरिकों को हिरासत में लिया गया है।
पंजाब में ही लगभग एक लाख अवैध रूप से रह रहे अफगानों की पहचान की गई है और सरकार का कहना है कि उन्हें जल्द ही निष्कासित किया जाएगा। जिन अफगानों के पास वैध दस्तावेज हैं, उन्हें फिलहाल इस कार्रवाई से छूट दी गई है।
सिंध प्रांत से भी बड़ी संख्या में अफगान नागरिकों की गिरफ्तारी और निर्वासन की खबरें सामने आई हैं। यह निष्कासन प्रक्रिया का दूसरा चरण है। पहले चरण में, जो सितंबर 2023 में शुरू हुआ था, अब तक 08 लाख से अधिक अफगान नागरिक पाकिस्तान छोड़ चुके हैं।
पाकिस्तान में अफगान नागरिकों की मौजूदगी 1980 के दशक में सोवियत आक्रमण के दौरान शुरू हुई थी, जब लाखों अफगानों ने जान बचाकर पाकिस्तान में शरण ली थी। लेकिन अब बदले हुए राजनीतिक और सुरक्षा हालातों में पाकिस्तान सरकार उनकी वापसी सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठा रही है।