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पलामू: अफीम की खेती में थाना, वन विभाग और जनप्रतिनिधियों की संलिप्तता, बेगुनाहों को फंसाने का आरोप

पलामू, 17 फरवरी । पलामू जिले के मनातू और पांकी के सुदूरवर्ती जंगली क्षेत्रों में अफीम (पोस्ता) की खेती धड़ल्ले से की जा रही है। पांकी विधायक कुशवाहा डॉ. शशिभूषण मेहता ने आरोप लगाया है कि इस अवैध खेती को थाना, वन विभाग और स्थानीय जनप्रतिनिधियों का संरक्षण प्राप्त है। उन्होंने कहा कि कार्रवाई के नाम पर निर्दोष लोगों को फंसाया जा रहा है।

विधायक ने सोमवार को सर्किट हाउस में पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि मनातू थाना क्षेत्र में दर्ज 18 मामलों में से 17 बेगुनाह हैं। इनमें कई मजदूरी करने वाले लोग हैं, जिन्हें पुलिस के बिचौलियों द्वारा झूठे मामलों में फंसा दिया गया।

विधायक ने कहा कि पोस्ता की खेती के लिए वन विभाग के लोग वसूली करते हैं। फसल लगाने समय 10 हजार रूपये लिए जाते हैं। तैयार होने के बाद पुनः नाजायज राशि ली जाती है। थाना में प्रभारी के अलावा कनीय पुलिस पदाधिकारी, चौकीदार, बिचौलिए पोस्ता की खेती में संरक्षण देते हैं। कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति की जाती है। यूटयूबर एवं पत्रकार और उनके रिश्तेदार भी खेती में लगे हुए हैं। पारा शिक्षक हाजिरी बनाकर खेती में लग जाते हैं। जनवितरण प्रणाली के डीलर खेती करते हैं। पूर्व जिला पार्षद, मुखिया, वर्तमान प्रतिनिधि, इसको संरक्षण देते हैं। पांकी विधानसभा क्षेत्र को नशे की खेती में पूरी तरह से डुबो देने की साजिश रची जा रही है।

विधायक ने कहा कि कई बार जिला प्रशासन से थाना और पिकेट में लंबे समय से कार्यरत पुलिसकर्मियों को बदलने का आग्रह किया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने पर मामले को सार्वजनिक करना पड़ा।

विधायक ने कहा कि पूरे विधानसभा क्षेत्र में 50 से 60 लोग इस खेती को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से करने में शामिल हैं। मिटार गांव में चौकीदार और उसका भाई समेत 7 से 8 लोगाें के अफीम की खेती में शामिल होने की जानकारी दी गयी है। इसी तरह 18 गांव में 60 से 65 लोग शामिल हैं।

विधायक ने कहा कि ऐसा नहीं है कि पुलिस और सिविल प्रशासन के सीनियर अधिकारी कार्रवाई नहीं करना चाहते। लगातार कार्रवाई हो रही है, लेकिन जिस अनुपात में अफीम लगायी गयी है, उसके हिसाब से कार्रवाई नहीं हो रही है। एसपी, डीआइजी और आइजी के निर्देश पर थाना के पदाधिकारी कार्रवाई को लेकर सिर्फ खानापूर्ति करते हैं। मिटार के चौकीदार का बेटा एवं एक अन्य व्यक्ति बिहार में प्रतिबंधित नशे का सामान लेकर जा रहे थे। दूसरा व्यक्ति पकड़ा गया, जेल भी हुई। लेकिन चौकीदार के बेटे पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। चौकीदार पुत्र अफीम की खेती में लगा है।

विधायक ने कहा कि अफीम की खेती को जड़ से नष्ट करने के लिए अगर जल्द कार्रवाई शुरू नहीं की गयी तो जिला स्तर पर आन्दोलन तेज किया जायेगा। राज्य मुख्यालय में भी प्रदर्शन किया जायेगा। अगामी विधानसभा सत्र में भी इस मामले को उठाकर कार्रवाई के लिए सरकार से आग्रह किया जायेगा। किसी कीमत पर पांकी को अफगानिस्तान नहीं बनने दिया जायेगा।

मौके पर विधायक के जिला प्रतिनिधि प्रकाश मेहता, पांकी के प्रतिनिधि मिंटी वर्मा, सुनील कुशवाहा समेत अन्य लोग मौजूद थे।

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