विकसित भारत के लिए महिलाओं की भागीदारी महत्वपूर्णः मुख्यमंत्री
मुंबई, 08 मार्च । मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि विकसित भारत के लिए महिलाओं की भागीदारी महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के योगदान के बिना देश का विकास किसी भी कीमत पर संभव नहीं है। 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में वैवाहिक जीवन और महिला शक्ति प्रमुख भूमिका निभाएगी। सीएम फडणवीस आज मुंबई में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
फडणवीस ने कहा कि निकट भविष्य में महिलाएं राजनीतिक क्षेत्र में भी अपना दबदबा कायम करेंगी, क्योंकि राजनीतिक क्षेत्र में आरक्षण के कारण संसद और विधानमंडल में महिलाओं की संख्या 2029 तक 33 प्रतिशत हो जाएगी। क्रांतिकारी महिलाओं सावित्रीबाई फुले और ज्योतिबा फुले ने सामाजिक बंधनों के बीच कठिन यात्रा कर महिलाओं के लिए शिक्षा के द्वार खोले, विधवा विवाह की शुरुआत की। पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होल्कर एक अच्छी प्रशासक थीं। यदि हम राजमाता जिजाऊ, जो छत्रपति शिवाजी महाराज की माता थीं, जैसी महिलाओं के विचारों और आदर्शों के साथ काम करें तो सर्वांगीण प्रगति हासिल की जा सकती है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि देश की आबादी में महिलाओं की हिस्सेदारी 50 प्रतिशत है और अगर महिलाओं को केंद्र में रखकर मानव संसाधन का विकास किया जाए तो देश का विकास होगा। मोदी ने इसे पहचाना और इसीलिए उन्होंने ‘लेक लड़की’ से लेकर ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ और ‘लखपति दीदी’ तक की योजनाएं शुरू कीं। राज्य में इन योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ योजना से राज्य के कई जिलों में बाल विवाह पर रोक लगी है तथा लिंग भेदभाव और शिशु हत्या की घटनाओं में कमी आई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री माझी लाडली बहन योजना की महिला लाभार्थियों द्वारा शुरू की गई क्रेडिट सोसाइटियों का विस्तार करके उद्योग जगत में अपनी उपस्थिति मजबूत करना चाहते हैं। उन्होंने महिला दिवस की शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे, राज्य मंत्री मेघना बोर्डीकर, मुख्य सचिव सुजाता सौनिक, विभागीय सचिव डॉ अनूप कुमार यादव उपस्थित रहे।