बिहार में बोले प्रधानमंत्री मोदी- आतंकवाद हो या नक्सलवाद, अब माफी नहीं सीधा जवाब मिलेगा
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार के काराकाट में आयोजित जनसभा में देश की सुरक्षा, बिहार के विकास और पिछली सरकार की नीतियों पर खुल कर हमला बोला। आतंकवाद और नक्सलवाद के खिलाफ सरकार की निर्णायक रणनीति का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई न रुकी है, न थमी है। आतंक का फन अगर फिर उठेगा, तो भारत उसे बिल से खींच कर कुचल देगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार के लोग इस बदलाव के गवाह हैं कि कैसे नक्सल प्रभावित इलाकों में शांति लौट रही है। कभी जिन गांवों में स्कूल जलाए जाते थे, सड़क बनाने वालों को मारा जाता था, आज वहां सड़क भी है, अस्पताल भी है और मोबाइल टावर भी खड़े हैं। उन्होंने विकसित भारत के लिए विकसित बिहार को जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि 2014 में जब एनडीए सरकार केंद्र की सत्ता में आई थी, तब भारत में 125 नक्सल प्रभावित जिले थे, अब इनकी संख्या घटकर केवल 18 रह गई है।
प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जिन्होंने दशकों तक बिहार के दलितों, पिछड़ों और गरीबों को शौचालय, बैंक खाता और छत जैसी बुनियादी जरूरतों से वंचित रखा, वे आज सामाजिक न्याय की बातें कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस और आरजेडी पर निशाना साधते हुए कहा कि इन दलों ने सिर्फ वोटबैंक की राजनीति की, जबकि एनडीए सरकार ने सभी जरूरतमंदों तक सुविधाएं पहुंचाईं।
उन्होंने कहा कि पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का लोकार्पण किया जा चुका है, जो अब सालाना एक करोड़ यात्रियों को संभाल सकेगा। बिहटा एयरपोर्ट पर भी 1,400 करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है। बिहार के मखाना किसानों के लिए मखाना बोर्ड की स्थापना और जीआई टैग की सुविधा को भी सरकार की बड़ी उपलब्धियों में गिनाया।