राष्ट्रपति 24 मई को देश के सबसे बड़े झारखंड हाई कोर्ट भवन का करेंगी उद्घाटन
रांची, 13 मई। देश का सबसे बड़ा हाई कोर्ट भवन राजधानी रांची में बनकर तैयार हो गया है। यह कैंपस सुप्रीम कोर्ट के कैंपस से साढ़े तीन गुणा बड़ा है। न्यू ग्रीन कैंपस में विभिन्न प्रजातियों के लगभग 2000 पौधे लगाये गये हैं। आधिकारिक रूप से भवन निर्माण विभाग ने झारखंड की न्यू हाई कोर्ट बिल्डिंग को पूरा कर लिया है।
धुर्वा के तिरिल मौजा में 72 एकड़ में बने हाई कोर्ट के नए भवन का उद्घाटन 24 मई को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कर सकती हैं। इसके अलावा भारत के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ एवं केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू के भी आने की संभावना है। सूत्रों के अनुसार इन्हें आमंत्रित किया गया है। हाई कोर्ट के नए भवन के उद्घाटन समारोह की तैयारी को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस संजय कुमार मिश्र के बीच वर्चुअल बैठक भी हो चुकी है, जिसमे तैयारियों पर चर्चा हुई है।
राज्य सरकार ने हाई कोर्ट की न्यू बिल्डिंग के लिए वर्ष 2012 में 165 एकड़ जमीन हस्तांतरित की थी। इसमें से 72 एकड़ जमीन पर हाईकोर्ट बिल्डिंग सहित वकीलों के लिए आधारभूत संरचना तैयार की गयी है। शेष जमीन पर न्यायाधीशों व रजिस्ट्री के कर्मियों के लिए आवास का निर्माण होना है। इसमें ऑडिटोरियम समेत खेल के मैदान के अलावा अन्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जायेंगी।
कैंपस में वकील और मुवक्किलों के 2000 वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था की गयी है। वहीं न्यायाधीशों के वाहनों के लिए मेंब्रेन रूफ केनोपी वाले पार्किंग की अलग व्यवस्था की गयी है। हाई कोर्ट की नयी बिल्डिंग में चीफ जस्टिस का कोर्ट रूम सबसे अंतिम हिस्से में बनाया गया । इस कोर्ट रूम का क्षेत्रफल अन्य कोर्ट रूम से सबसे अधिक है। यह कोर्ट रूम 80 फीट लंबा, 65 फीट चौड़ा व 40 फीट ऊंचा है।
मुख्य बिल्डिंग में 25 भव्य और आकर्षक वातानुकूलित कोर्ट रूम बन कर तैयार हो गये हैं। 24 न्यायाधीशों के लिए तथा एक मुख्य न्यायाधीश के लिए कोर्ट रूम बनाया गया है। प्रथम तल पर दाये-बायें छह-छह कुल 12 कोर्ट रूम बनाये गये हैं। जजों के एक कोर्ट की लंबाई 45 गुना 30 फीट है। इतने ही कोर्ट रूम द्वितीय तल पर बनाये गये हैं। हर कोर्ट रूम में इजलास, न्यायाधीश का चेंबर, एंटी रूम और टायलेट और पीए का कमरा बनाया गया है। नये भवन में न्यायाधीशों के लिए अलग से लाइब्रेरी की व्यवस्था की गयी है। इसमें कानून से संबंधित लगभग पांच लाख किताबों को रखने की आधुनिक व्यवस्था की गयी है।
उल्लेखनीय है कि हाई कोर्ट के नये भवन का शिलान्यास सुप्रीम कोर्ट के तत्कालीन चीफ जस्टिस अल्तमस कबीर ने नौ फरवरी, 2013 को किया था, लेकिन बिल्डिंग का निर्माण 18 जून, 2015 से शुरू किया गया। लगभग 600 करोड़ की लागत से आठ वर्षों में हाईकोर्ट का नया भवन तैयार हुआ है।
हिन्दुस्थान समाचार