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मोहन भागवत के बयान पर प्रियंका चतुर्वेदी ने दी प्रतिक्रिया, कहा- बेरोजगारी में सबसे ज्यादा हिंदू घर प्रभावित

नई दिल्ली। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) से राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने सोमवार को आईएएनएस से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहन भागवत के जनसंख्या और मंदिर-मस्जिद को लेकर दिए बयान पर प्रतिक्रिया दी।

हिंदुओं की आबादी कम हो रही है, उनको कम से कम तीन बच्चे पैदा करने चाहिए, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के इस बयान पर शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, “मैं उनसे उम्मीद रखूंगी कि वह इस बात का ध्यान रखें, अगर बेरोजगारी हर घर में बढ़ रही है उसमें सबसे ज्यादा हिंदू घर प्रभावित हैं। वो लोग प्रति व्यक्ति आय की बात करते हैं, भारत इस मामले में निचले रैंकिंग में आता है।”

उन्होंने आगे कहा, “महंगाई की चपेट में सभी हैं। इसमें हिंदू, मुस्लिम, ईसाई और सिखों के घर हैं। ऐसे में मैं मोहन भागवत से यह प्रार्थना करूंगी कि हमारे पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में लगातार हिंदू भाई-बहनों पर हमले हो रहे हैं, आप उस पर आवाज उठाएं और प्रधानमंत्री से बात कीजिए। उन्होंने सीएए कानून की बात की थी कि जहां पर भी हिंदुओं की प्रताड़ना होगी, भारत उसमें कदम बढ़ाकर उनकी मदद करेगा। अब पीएम मोदी इस पर चुप क्यों हैं? गृहमंत्री अमित शाह उनको बॉर्डर पार नहीं करने दे रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने एक शब्द नहीं कहा कि हमारे हिंदू भाई-बहनों के साथ अत्याचार हो रहा है। हमारे मंदिरों को तोड़ने और इस्कॉन जैसी एक बड़ी संस्था को बैन करने की मांग की जा रही है।”

राजस्थान के अजमेर शरीफ मस्जिद की जांच की मांग की जा रही है। इसको लेकर प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, “आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने ही कहा था कि हर मस्जिद के नीचे मंदिर ढूंढना बंद करो। सुप्रीम कोर्ट का वर्डिक्ट आया था, जिसमें कहा गया था कि राम मंदिर के बाद किसी भी जगह को एंटरटेन नहीं किया जाएगा। प्लेजर फॉर वर्शिप एक्ट को लेकर चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के कुछ कमेंट थे, जिसकी वजह से आज हर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट इसकी आड़ लेकर एक ऐसे निर्णय दे रहा है।”

उन्होंने आगे कहा, “संभल में हमने देखा कि किस तरीके से जान-माल का नुकसान हुआ। चार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। अब अजमेर का मामला है, कल निजामुद्दीन के लिए बोलेंगे, परसो वो हाजी अली पर आएंगे। फिर सभी मस्जिदों में मंदिर ढूंढते रहेंगे और उत्पात मचाते रहेंगे। इस तरीके से पूरे देश में ध्रुवीकरण का माहौल बनाएंगे। इस माहौल पर रोक लगानी चाहिए।”

–आईएएनएस

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