जन सेवा और सांस्कृतिक पुनरुद्धार की प्रतिमूर्ति थीं रानी अहिल्याबाई होलकर: बाबूलाल
रांची, 14 मई । भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय में बुघवार को रानी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती मनाने की दृष्टि से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यशाला में महिला मोर्चा की राष्ट्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद संगीता यादव बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पुण्य श्लोक रानी अहिल्याबाई होलकर भारत की सांस्कृतिक जागरण एवं सनातन विचारों के साथ गरीबों और असहायों की सेवा की जीवंत प्रतिमूर्ति थी। कठिन चुनौतियों और विषम परिस्थितियों के बीच भी रानी अहिल्याबाई होलकर अडिग रहीं और जनसेवा में निरंतर सक्रिय रहीं। बचपन से ही उनकी भगवान शिव में गहरी आस्था रही । उन्होंने अपना तीस वर्षों का शासन भगवान शिव की आज्ञा मानकर चलाया।
मरांडी ने कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर,सोमनाथ मंदिर जिनको मुगलों ने क्षति पहुंचाई थीए उनका पुनरुद्धार इन्होंने कराया। 16 करोड़ की निजी संपत्ति से उन्होंने सनातन धर्म के चारों धाम, सात पूरी और 12 ज्योतिर्लिंगों का जीर्णोद्धार कराया। वेद विद्वानों की नियुक्ति की और शास्त्रों के चिंतन-मनन की व्यवस्था की।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 300 साल बाद फिर एक बार भारत का सांस्कृतिक पुनर्जागरण हो रहा है। सांस्कृतिक राष्ट्रवाद मजबूत हो रहा । जिसे कांग्रेस पार्टी ने दबाने की हर संभव कोशिश की। उन्होंने कहा कि भारत हजारों- लाखों साल पुराना राष्ट्र है। लेकिन कांग्रेस पार्टी ने पाश्चात्य ज्ञान और विज्ञान को श्रेष्ठ बताने की कोशिश की।
सांसद संगीता यादव ने मौके पर कहा कि रानी अहिल्याबाई ने न्याय,समाज सुधार और महिला सशक्तिकरण की दिशा में ऐतिहासिक कार्य किए।रानी ने अपने शासन में सख्त दहेज विरोधी कानून बनाए,बिना संतान वाली विधवाओं की संपत्ति राज्य की ओर से जब्त करने की नीति समाप्त की, विधवाओं को बच्चा गोद लेने की स्वतंत्रता दी, विधवा पुनर्विवाह को नैतिक समर्थन दिया, महिलाओं को शिक्षा का अधिकार दिया, लड़कियों के लिए अलग विद्यालय खोले और महिला शिक्षिकाओं की नियुक्ति की,महिलाओं को युद्ध कौशल सिखाया और महिला सैन्य टुकड़ी का गठन किया।
सांसद ने कहा कि रानी अहिल्याबाई होलकर का सम्पूर्ण जीवन सेवा और भक्ति को समर्पित रहा। वे शक्ति से नहीं युक्ति से शासन चलाने में विश्वास करती थीं। इस अवसर पर प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष डॉ रविंद्र कुमार राय ने कहा कि रानी अहिल्याबाई होलकर शक्ति स्वरूपा मां थी। भारत की नारी शक्ति का बेहतरीन उदाहरण थीं। उन्होंने कहा कि शिव को साक्षी मानकर शासन चलाने में उन्होंने अपने पुत्र को भी दंडित करने में संकोच नहीं किया।
प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह ने कहा कि रानी अहिल्याबाई होलकर सर्व समाज की मां थीं, इसलिए इनकी 300वीं जन्म जयंती को सर्व समाज के साथ मनाते हुए इनके आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लें। इस अवसर पर जन्म जयंती कार्यक्रम के प्रदेश संयोजक विकास प्रीतम ,सह संयोजक आरती सिंह ,विधायक नीरा यादव,पूर्णिमा दास साहू, मंजू कुमारी ने भी अपने विचार रखे।