राहुल द्रविड़ को आर आर के प्रमुख कोच बनाया गया
नयी दिल्ली 06 सितंबर : भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज और कोच रहे राहुल द्रविड़ को राजस्थान रॉयल्स (आरआर) का प्रमुख कोच बनाया गया है।
आर आर में वापसी के बाद द्रविड़ ने कहा, “मैं फ्रेंचाइजी में वापसी कर बहुत खुश हूं और यह मेरे ‘घर’ जैसा है। विश्व कप के बाद मेरे लिए एक और चुनौती लेने का यह सही समय है और रॉयल्स इसके लिए सबसे उपयुक्त स्थान है। पिछले कुछ वर्षों में फ्रैंचाइजी ने जो प्रगति की है, उसमें टीम प्रबंधन का बहुत सारा कठिन परिश्रम शामिल है। हमारे पास जो प्रतिभा और संसाधन हैं, उनके साथ मैं इस टीम को अगले स्तर पर ले जाने के लिए तत्पर हूं।”
रॉयल्स स्पोर्ट्स ग्रुप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेक लश मैक्रम ने द्रविड़ के स्वागत में कहा, “हम राहुल को फ्रेंचाइजी में वापस लाकर बहुत खुश हैं। भारतीय क्रिकेट में उन्होंने जो बदलाव किए हैं, वे उनकी कोचिंग क्षमताओं का प्रमाण हैं। उनका फ्रेंचाइजी के साथ गहरा जुड़ाव है और हमने सभी ने बातचीत में उनका जुनून महसूस किया है। उनके पास युवा और अनुभवी प्रतिभाओं से सर्वश्रेष्ठ निकालने की विशेषज्ञता है और जिन मूल्यों के साथ वे काम करते हैं, वे हमारी फ्रेंचाइजी के साथ पूरी तरह मेल खाते हैं। सोशल मीडिया पर एक नजर डालने से ही पता चलता है कि हमारे प्रशंसक उन्हें वापस देखकर बहुत उत्साहित होंगे।”
रॉयल्स के क्रिकेट निदेशक कुमार संगकारा ने कहा, “राहुल इस खेल के महानतम खिलाड़ियों में से एक हैं, लेकिन पिछले एक दशक में एक कोच के रूप में जो कुछ उन्होंने हासिल किया है, वह असाधारण है। युवा प्रतिभाओं को निखारने के लिए एक कोच के रूप में उनके पास जो गुण हैं, वह राजस्थान रॉयल्स को खिताब जीतने में मदद कर सकता है। मैंने उनके साथ इस टीम के लिए उनके दृष्टिकोण के बारे में पहले ही बातचीत की है और वह रॉयल्स के लिए अपेक्षित नतीजे देने के लिए उत्साहित हैं।”
द्रविड़ तत्काल आरआर से जुड़ रहे और उनकी पहली चुनौती बड़ी दिसंबर में होने वाली संभावित नीलामी होगी। वह रॉयल्स के क्रिकेट निदेशक कुमार संगकारा के साथ मिलकर फ्रेंचाइजी की समग्र क्रिकेट रणनीति भी बनाएंगे।
द्रविड़ ने 2014 में आरआर के साथ ही अपने कोचिंग करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने कप्तान के रूप में सेवा देने के बाद राजस्थान टीम के मेंटॉर की भूमिका निभाई थी। 2016 में वह दिल्ली डेयरडेविल्स (अब कैपिटल्स) से जुड़े। इसके बाद 2019 में वह राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) और फिर भारतीय पुरुष अंडर-19 टीम से जुड़े और उन्हें 2018 में अंडर-19 विश्वकप का खिताब दिलाया।
2021 में उन्हें भारतीय टीम के मुख्य कोच बनाया गया और उनके ही कार्यकाल में भारतीय टीम ने आईसीसी ट्रॉफी जीती। द्रविड़ के कार्यकाल में भारत टेस्ट, एकदिवसीय और टी 20 रैंकिंग में शीर्ष पर भी पहुंचा।