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अमेरिका में बोले राहुल गांधी, मोदी भगवान को भी भ्रमित कर सकते हैं

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सैन फ्रांसिस्को। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि वह भगवान को भी यह बता सकते हैं कि ब्रह्मांड कैसे काम करता है। अमेरिका की छह दिन की यात्रा पर आए राहुल गांधी ने मंगलवार को प्रवासी भारतीयों के साथ बातचीत करते हुए कहा, मुझे लगता है कि अगर आप मोदी जी को भगवान के साथ बिठाते हैं, तो वह भगवान को समझाना शुरू कर देंगे कि ब्रह्मांड कैसे काम करता है। और ईश्वर भ्रमित हो जाएगा कि मैंने क्या बनाया है।

पूर्व वायनाड लोकसभा सांसद ने आगे कहा कि भारत ऐसे लोगों के समूह द्वारा चलाया जा रहा है जो अति आत्मविश्वासी हैं और उन्हें यह बीमारी है कि वे सब कुछ जानते हैं।

पीएम मोदी पर तंज कसते हुए राहुल गांधी ने कहा कि भारत में कुछ समूहों को इस भ्रम की बीमारी है कि वे सब कुछ जानते हैं।

उन्होंने कहा, भारत में हम विभिन्न भाषाओं, विभिन्न धर्मों के लोगों के साथ बड़े हुए हैं। और इसी पर हमला किया जा रहा है। (महात्मा) गांधी जी और गुरु नानक जी जैसे लोगों के भारत में परंपरा रही है कि आपको यह भ्रम नहीं होना चाहिए कि हमें सब पता है। यह एक ‘बीमारी’ है – भारत के कुछ समूह सोचते हैं कि वे सब कुछ जानते हैं।

कांग्रेस नेता ने कहा कि लोगों के इस समूह का मानना है कि वे वैज्ञानिकों को विज्ञान, इतिहासकारों को इतिहास और सेना को युद्धनीति के बारे में समझा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इसके मूल में अज्ञानता है और लोगों का यह समूह वास्तव में कुछ भी नहीं समझता है।

उन्होंने अपनी 4,000 किलोमीटर की भारत जोड़ो यात्रा के बारे में भी बात की, जो पिछले साल 7 सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई और 30 जनवरी को श्रीनगर में समाप्त हुई, जहां उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज फहराया।

राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा, भारत जोड़ो यात्रा ने स्नेह, सम्मान और विनम्रता की भावना को आगे बढ़ाया। यदि कोई इतिहास का अध्ययन करता है, तो यह देखा जा सकता है कि गुरु नानक देव जी, गुरु बसवन्ना जी, नारायण गुरु जी सहित सभी आध्यात्मिक नेताओं ने इसी तरह से देश को एकजुट किया।

पूर्व कांग्रेस प्रमुख एक साधारण पासपोर्ट पर अमेरिका की यात्रा पर आए हैं। एक सांसद के रूप में अपनी अयोग्यता के बाद उन्होंने अपना राजनयिक पासपोर्ट सरेंडर कर दिया था।

हवाईअड्डे पर इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा और आईओसी के अन्य सदस्यों ने उनका स्वागत किया। पार्टी सूत्रों ने कहा कि राहुल गांधी को आव्रजन मंजूरी के लिए हवाईअड्डे पर दो घंटे तक इंतजार करना पड़ा।

जब वह कतार में इंतजार कर रहे थे, उसी फ्लाइट में उनके साथ यात्रा कर रहे कई लोगों ने एयरपोर्ट पर उनके साथ सेल्फी क्लिक की।

पार्टी सूत्रों ने कहा कि जब लोगों ने उनसे पूछा कि वह कतार में क्यों खड़े हैं, तो कांग्रेस नेता ने जवाब दिया, मैं एक आम आदमी हूं। मुझे यह पसंद है। मैं अब सांसद नहीं हूं।

कांग्रेस के एक सूत्र ने बताया कि वरिष्ठ नेता अपने छह दिवसीय दौरे के दौरान कई कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे।

सूत्र ने कहा कि सैन फ्रांसिस्को में कांग्रेस नेता ने सिलिकन वैली में प्रवासी भारतीयों, उद्यम पूंजीपतियों, तकनीकी अधिकारियों और छात्रों के साथ बातचीत की।

वह बुधवार को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर सिलिकॉन वैली के वरिष्ठ प्रौद्योगिकी अधिकारियों के साथ भी बातचीत करेंगे।

सूत्र ने कहा कि राहुल का स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में व्याख्यान देने का भी कार्यक्रम है और उसी शाम वह भारतीय प्रवासियों से मिलेंगे।

सूत्र ने कहा कि पूर्व वायनाड लोकसभा सांसद वाशिंगटन डीसी में कई कार्यक्रमों में भाग लेंगे, जिसमें भारतीय लोकतंत्र के भविष्य, भाषण की स्वतंत्रता और टिकाऊ और समावेशी आर्थिक विकास पर नेशनल प्रेस क्लब में उनका भाषण शामिल है।

वाशिंगटन डीसी में, राहुल सांसदों और थिंक टैंक से भी मिलेंगे और भारतीय-अमेरिकी उद्यमी फ्रैंक इस्लाम और शीर्ष व्यापारिक नेताओं, सीनेटरों और कांग्रेसियों द्वारा आयोजित रात्रिभोज में भी शामिल होंगे।

इसके बाद वे न्यूयॉर्क जाएंगे, जहां वे हार्वर्ड विश्वविद्यालय के हार्वर्ड क्लब में विचारकों से मिलेंगे।

वह दोपहर के भोजन के कार्यक्रम में भी भाग लेंगे और रचनात्मक उद्योग में सफल भारतीय-अमेरिकियों के समूह से मिलेंगे।

राहुल गांधी 4 जून को आईओसी (इंडियन ओवरसीज कांग्रेस) द्वारा न्यूयॉर्क में जेविट्स सेंटर में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करेंगे।

इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के सचिव वीरेंद्र वशिष्ठ ने आईएएनएस को फोन पर बताया, राहुल गांधी अमेरिका में भारत का मुद्दा उठाते रहे हैं। प्रधानमंत्री ने अपनी ‘मन की बात’ के 101 एपिसोड किए हैं, जबकि राहुल गांधी ‘जन की बात’ करते रहे हैं। वह उन्हें भारत में सुनते हैं, अमेरिका में भी सुनते हैं, और जहां भी जाते हैं उनसे भारत के बारे में बात करते हैं।

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