राज्यसभा ने भारतीय लोकतंत्र में संवाद को किया मजबूत : खड़गे
नई दिल्ली, 07 दिसंबर। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि उच्च सदन ने भारतीय लोकतंत्र में संवाद को मजबूत किया है।
खड़गे ने संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन बुधवार को राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को बधाई देते हुए कहा कि सभापति के रूप में आप की भूमिका काफी बड़ी है। ऐसे में विपक्ष को अपने मुद्दों को उठाने के लिए उचित समय मिलना चाहिए।
खड़गे ने कहा कि विपक्ष की संख्या भले ही कम है लेकिन इनके अनुभवों और विचारों में ताकत है। विपक्ष को सुना जाना चाहिए। खड़गे ने राज्यसभा अध्यक्ष से शिकायती अंदाज में कहा कि बीते कुछ वर्षों में संसद सिर्फ 60 से 70 दिन ही चल पा रही है। जबकि इससे पहले 100 दिनों तक चला करती थी।
उन्होंने कहा कि संसद में चर्चा के दिनों को बढ़ाने की जरूरत है। जिससे विधेयकों पर विस्तार से चर्चा हो सके और देश को अच्छे कानून मिल सकें।
खड़गे ने समूचे विपक्ष की ओर से अनुरोध करते हुए कहा कि उनकी बातों को सुना जाएगा और विधेयकों पर विस्तार से संवाद होगा।
नेता प्रतिपक्ष ने सदन में धनखड़ को बधाई देते हुए एक शेर भी पढ़ा, “मेरे बारे में कोई राय मत बनाना ग़ालिब, मेरा वक़्त भी बदलेगा मेरी राय भी बदलेगी।”
(हि.स.)