गाजा युद्ध विराम समझौते के अगले चरण को लागू करने के लिए तैयार : हमास
गाजा। हमास ने गाजा युद्ध विराम समझौते के दूसरे और तीसरे चरण को लागू करने की अपनी इच्छा जाहिर की। फिलिस्तीनी ग्रुप ने गाजा छोड़ने की इजरायली मांग भी नकार दी।
हमास के प्रवक्ता हजम कासिम ने एक बयान में कहा कि समूह मध्यस्थ के अनुरोध पर रिहा किए जाने वाले इजरायली बंधकों की संख्या को दोगुना करने पर सहमत है, जो समझौते के प्रति इसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
सिन्हुआ समाचार एजेंसी के मुताबिक कासिम ने हमास को गाजा छोड़ने की इजरायली मांगों को खारिज करते हुए इसे ‘मनोवैज्ञानिक युद्ध’ का हिस्सा बताया। उन्होंने जोर देकर कहा कि हमास इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की इस मांग को स्वीकार नहीं करेगा कि समूह निरस्त्र हो जाए और उसके नेताओं को गाजा से निकाल दिया जाए।
इससे पहले इजरायल के सार्वजनिक प्रसारक ने बताया कि नेतन्याहू ने युद्ध विराम समझौते के दूसरे चरण के लिए बातचीत शुरू करने का आधिकारिक तौर पर फैसला किया और अपने फैसले के बारे में सुरक्षा कैबिनेट को सूचित किया।
इससे पहले शनिवार को हमास और इजरायल ने बंधकों के बदले कैदियों की छठी अदला-बदली पूरी की।
इस अदला-बदली में हमास ने गाजा में बंधक बनाए गए तीन और इजरायली बंधकों को रिहा किया, जबकि इजरायली अधिकारियों ने 369 फिलिस्तीनी कैदियों और बंदियों को रिहा किया।
19 जनवरी से प्रभावी और छह सप्ताह तक चलने वाले संघर्ष विराम समझौते के पहले चरण के तहत, लगभग 2,000 फिलिस्तीनियों के बदले में 33 इजरायली बंधकों को रिहा किए जाने की उम्मीद है।
अब तक, 19 इजरायली बंधकों के साथ-साथ पांच थाई लोगों को गाजा से रिहा किया जा चुका है, जबकि इजरायली अधिकारियों ने 1,000 से अधिक फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया है।
इजरायल और हमास को फरवरी की शुरुआत में दूसरे चरण की बातचीत शुरू करनी थी। हमास ने 4 फरवरी को एक बयान में कहा कि उसने अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थों के साथ चर्चा शुरू कर दी है, जबकि नेतन्याहू के प्रवक्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि इजरायल ने अभी तक दूसरे चरण की बातचीत शुरू नहीं की।
समझौते के दूसरे चरण में शेष बंधकों की रिहाई, फिलिस्तीनी क्षेत्र से इजरायली सेना की पूर्ण वापसी और स्थायी युद्धविराम के कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित किया जाना है।
–आईएएनएस