नीतीश सरकार को रिटायर्ड आफिसर चला रहे : तेजस्वी
मोतिहारी, 05 जनवरी : बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने आरोप लगाते हुये कहा कि बिहार की नीतीश सरकार को कुछ रिटायर्ड ऑफिसर चला रहे हैं।
श्री यादव कार्यकर्ता दर्शन और संवाद यात्रा के तहत कल शनिवार की देर रात मोतिहारी पहुंचे थे। श्री यादव ने रविवार को कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि श्री कुमार रिटायर्ड हो चुके हैं। वे थक चुके हैं। वह कोई निर्णय नहीं ले पा रहे हैं। सरकारी बयानों पर कुछ बोल नहीं रहे हैं। प्रेस विज्ञप्ति जारी कर काम चलाया जा रहा है। उनकी प्रगति यात्रा नहीं यह अधिकारियों की लूट की छूट यात्रा है। जनता के 272 करोड़ खर्च कर यह प्रगति यात्रा निकाली गई है। इस यात्रा में सरकारी खजाना का बंदर बाट हो रहा है। श्री कुमार होश में नहीं हैं और ना ही वे निर्णय लेने लायक है।
श्री यादव ने जनसुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर पर निशाना साधते हुए कहा कि हमको पता है कि वैनिटी वैन में अभिनेता-अभिनेत्री रहती हैं और निर्माता-निर्देशक बैठता है।मुझे यह भी पता है कि कौन डायरेक्टर है और कौन प्रोड्यूसर है? श्री किशोर ने आज तक यह स्पष्टीकरण नहीं दिया कि आखिर अमित शाह ने उन्हें श्री कुमार की पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष क्यों बनवाया? वो किसके कहने पर बने थे। यह सभी को स्पष्ट है, लेकिन उनको बताना चाहिए कि आखिर श्री शाह क्यों चाहते थे कि श्री किशोर जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनें।
श्री यादव ने बिहार लोकसेवा आयोग ( बीपीएससी) छात्रों के आंदोलन को लेकर कहा कि हम तो शुरू से ही कहते रहे हैं कि पूरे तरीके से आंदोलन को तोड़ने और कुचलने की कोशिश की गई है। यह बात अभ्यर्थी भलीभांति जानते हैं कि किस प्रकार से हाईजैक किया गया। शुरू से छात्रों ने कहा था कि कोई भी राजनीतिक पार्टी इसका राजनीतिकरण ना करे। इस कारण छात्रों का सम्मान करते हुए उनको नैतिक समर्थन हम लोगों ने दिया था। छात्रों के बुलाने पर हम वहां गए थे और उनसे मिले भी। हमने तो दो बार मुख्यमंत्री को छात्रों के हित में पत्र लिखा है। लेकिन कुछ लोग छात्रों के स्वाभिमान पर अपनी राजनीति की दुकान चमकने निकले है। ऐसी ओछी सोंच की हम राजनीति नहीं करते।
नेता प्रतिपक्ष ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आलोचना करए हुए कहा कि,श्री मोदी ने कहा था कि अगले बार आऊंगा तो इसी चीनी मिल के चीनी की चाय पी कर जाऊंगा। लेकिन श्री मोदी का वादा, वादा ही रह गया। पूर्वी चंपारण में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के केंद्रीय मंत्री भी रहे। राज्य और केंद्र में मंत्री भी बने लेकिन चंपारण का कल्याण आज तक नहीं हो पाया।