रुपया नौ पैसे बढ़ा
मुंबई 05 मार्च : अमेरिक और उसके व्यापारिक साझेदारों के बीच बढ़ते व्यापार युद्ध से दुनिया की प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर के तीन माह के निचले स्तर तक लुढ़कने की बदौलत आज अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में रुपया नौ पैसे मजबूत होकर 87.10 रुपये प्रति डॉलर हो गया।
वहीं, इसके पिछले कारोबारी दिवस रुपया 87.19 रुपये प्रति डॉलर पर रहा था।
शुरुआती कारोबार में रुपया एक पैसा फिसलकर 87.20 रुपये प्रति डॉलर पर खुला और सत्र के दौरान आयातकों एवं बैंकरों की लिवाली से 87.21 रुपये प्रति डॉलर के निचले स्तर तक टूट गया। वहीं, बिकवाली होने से यह 86.93 रुपये प्रति डॉलर के उच्चतम स्तर पर रहा। अंत में पिछले दिवस के 87.19 रुपये प्रति डॉलर की तुलना में नौ पैसे मजबूत होकर 87.10 रुपये प्रति डॉलर हो गया।
विश्लेषकों के अनुसार, बुधवार को डॉलर तीन महीने के सबसे निचले स्तर पर आ गया। इसका मुख्य कारण अमेरिका और उसके व्यापारिक साझेदारों के बीच बढ़ता व्यापार युद्ध और जर्मनी की कर्ज नीति में बड़ा बदलाव रहा। जर्मन सरकार के उधार लेने की रणनीति में बदलाव ने 1990 के दशक के बाद से देश के कर्ज बाजार में सबसे बड़ी बिकवाली को जन्म दिया है। इसके अलावा, विभिन्न देशों द्वारा टैरिफ (शुल्क) लगाने की नीति ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को अस्थिर कर दिया है।
निवेशकों का ध्यान अब चीन की संसद नेशनल पीपुल्स कांग्रेस के वार्षिक सत्र पर भी केंद्रित है, जहां बीजिंग ने 2025 के लिए लगभग पांच प्रतिशत आर्थिक विकास का लक्ष्य बरकरार रखा है। इस घोषणा से वैश्विक बाजार में अस्थिरता और बढ़ सकती है।
वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि यदि व्यापार युद्ध और राजकोषीय नीतियों में सुधार नहीं हुआ तो डॉलर में और गिरावट आ सकती है, जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था प्रभावित होगी।