संत रविदास ने कर्म की साधना से प्राप्त किया सिद्धि की पराकाष्ठा : योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को संत रविदास की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए सभी को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि संत रविदास ने अपने कर्म की साधना के माध्यम से सिद्धि की पराकाष्ठा प्राप्त किया।
कानपुर रोड जाफरखेड़ा स्थिति रविदास मंदिर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने बुधवार को कहा कि जो कर्म करते हुए ईश्वर को भजता है, वही सिद्धि प्राप्त करता है। जब उनके मित्र संत ने गंगा स्नान करने के लिए चलने को कहा तो उन्होंने कहा कि ‘एक आना’ मेरी तरफ से गंगा मैया को अर्पित कर दीजिएगा। मै जूता सिल रहा हूं। यह कार्य जरूरी है। जब संत ने स्नान के बाद नदी में एक आने को प्रवाहित करना चाहा तो गंगा मैया का हाथ बाहर आ गया। गंगा मैया ने अपने हाथों से संत रविदास द्वारा भेजे पैसे को स्वीकार किया।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उन्होंने (संत रविदास) कर्म की साधना को महत्व दिया। श्रीमदभगवद्गीता भी इसी बात को कहती है। मानस में तुलसीदास जी ने कर्म को महत्व दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले 11 सालों से कर्म की साधना करते हुए भारत को दुनिया के अग्रणी देशों में लाकर खड़ा किया है। आज बहुत सुंदर अवसर है। प्रयाग में लोग डुबकी लगा रहे हैं। संत रविदास की जयंती मनाई जा रही है।
काशी में संत रविदास की जन्मस्थली को विकसित किया गया है। फोर लेन सड़कें बन गई हैं। रविदास महाराज के जन्म स्थली का चहुमुखी विकास किया जा रहा है। पहले की सरकारों ने उधर देखा भी नहीं। तुलसीदास जी की जन्मस्थली का भी विकास किया जा रहा है। हम आप सबको आश्वासन देते हैं कि डबल इंजन की सरकार में संत रविदास से जुड़े स्थलों के विकास में कोई कमी नहीं रखी जाएगी।
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, मेयर सुषमा खर्कवाल, एमएलसी लालजी प्रसाद निर्मल, विधायक डॉ. नीरज बोरा, महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी, पूर्व महापौर संयुक्ता भाटिया, भाजपा नेता नीरज सिंह, सरदार परविंदर समेत अन्य लोग मौजूद रहे।