सैम पित्रोदा का लैपटॉप, मोबाइल और सर्वर हैक, लोगों से की खास अपील
नई दिल्ली । भारतीय ओवरसीज कांग्रेस (आईओसी) के अध्यक्ष सैम पित्रोदा से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है। जानकारी के अनुसार पिछले कुछ हफ्तों में उनके लैपटॉप, मोबाइल और सर्वर को हैकरों ने बार-बार हैक किया। इस दौरान हैकरों ने फिरौती में उनसे हजारों डॉलर की क्रिप्टो करेंसी की डिमांड की। सैम पित्रोदा की ओर से इस हैकिंग को लेकर शनिवार को एक मेल के जरिए यह जानकारी दी गई।
सैम पित्रोदा की मानें तो हैकरों ने उन्हें धमकी दी है कि अगर वह पैसे नहीं देते हैं तो उनकी छवि खराब कर दी जाएगी।
सैम पित्रोदा ने इस संबंध में बताया कि मैं आपको एक महत्वपूर्ण मुद्दे के बारे में सूचित करना चाहता हूं। मेरा लैपटॉप, स्मार्टफोन और सर्वर पिछले कुछ हफ्तों से बार-बार हैक किया गया है और इसने मुझे बुरी तरह प्रभावित किया है। उन्होंने बताया कि हैकरों ने क्रिप्टोकरेंसी में हजारों डॉलर की फिरौती मांगी है और धमकी दी है कि अगर वह पैसे नहीं दिए गए तो वह उनकी प्रतिष्ठा को खराब करने के लिए एक गलत सूचना अभियान चला सकते हैं।
सैम पित्रोदा ने आगे कहा कि हैकरों ने चेतावनी दी है कि यदि फिरौती की राशि नहीं दी जाती तो वह उनसे जुड़े लोगों से संपर्क करके उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्मों पर झूठी जानकारी फैलाएंगे। उन्होंने इस खतरे से बचने के लिए सभी लोगों से सतर्क रहने की अपील की है और कहा कि कोई भी अनजान लिंक खोलने से बचें क्योंकि इसमें मैलवेयर हो सकता है जो आपके डिवाइस को नुकसान पहुंचा सकता है।
उन्होंने आगे कहा कि मैं सभी लोगों से आग्रह करता हूं कि यदि आपको मेरे नाम से कोई भी संदिग्ध ईमेल या मैसेज प्राप्त हो, तो कृपया उसे न खोलें, उसमें दिए गए लिंक पर क्लिक न करें और किसी भी अटैचमेंट को डाउनलोड न करें। बस उसे डिलीट कर दें, क्योंकि इनमें मैलवेयर हो सकता है जो आपके फोन या लैपटॉप को प्रभावित कर सकता है।
सैम पित्रोदा फिलहाल शिकागो से बाहर हैं, वापस लौटकर उन्होंने सिक्योरिटी अपडेट को सॉल्व करने की योजना बनाई है। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही वापस लौटकर अपने हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर को अपडेट करेंगे और बेहतर सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं पुराने हार्डवेयर को बदलने और सॉफ्टवेयर को अपग्रेड करने की योजना बना रहा हूं, ताकि मेरी डिजिटल प्रेजेंस की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इस स्थिति से उत्पन्न होने वाली किसी भी असुविधा या चिंता के लिए वह माफी चाहते हैं और इसके समाधान के लिए पूरी तरह से प्रयासरत हैं।