सुप्रीम कोर्ट के निर्देश से सारंडा को मिलेगा संरक्षण, सरयू राय ने जताई प्रसन्नता
पूर्वी सिंहभूम, 20 मई । जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सरयू राय ने सुप्रीम कोर्ट की ओर से सारंडा के 57,000 हेक्टेयर क्षेत्र को वन्य जीव अभ्यारण्य घोषित करने के निर्देश का स्वागत किया है। उन्होंने मंगलवार को कहा कि यह उनके 16 साल लंबे सारंडा संरक्षण अभियान की बड़ी सफलता है। उन्होंने बताया कि वन्य जीव अभ्यारण्य के भीतर 13,000 हेक्टेयर क्षेत्र को रिजर्व घोषित किया जाएगा। राय के अनुसार, क्षेत्र सीमांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और 23 जुलाई तक सुप्रीम कोर्ट में इसका प्रारूप पेश किया जाएगा।
सरयू राय ने बताया कि 1970 में बने वर्किंग प्लान में ससंडा क्षेत्र को ब्रिटिश काल में सेन्चुरी घोषित किया गया था, लेकिन उस अधिसूचना का कोई रिकॉर्ड नहीं मिल पाया। लगातार प्रयासों के बावजूद जब राज्य सरकार ने कोई पहल नहीं की, तो मामला एनजीटी और फिर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा। वन्य जीव विशेषज्ञ डॉ. आर.के. सिंह द्वारा याचिका दाखिल किए जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को फटकार लगाई और 23 जुलाई तक प्रारूप प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
राय ने कहा कि यह निर्णय न केवल वन्य जीवों के संरक्षण के लिए अहम है, बल्कि इससे पेड़ काटने और खनन जैसी गतिविधियों पर भी रोक लगेगी।