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शाह ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा परिदृश्य की समीक्षा की, एजेंसियों को समन्वय से काम जारी रखने को कहा

नयी दिल्ली, 11 फरवरी : केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा परिदृश्य की समीक्षा के लिए मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में उच्च स्तरीय बैठकें की और कहा कि सरकार आतंकवाद मुक्त जम्मू-कश्मीर’ के लिए प्रतिबद्ध।

श्री शाह ने केंद्रीय बलों को घुसपैठ रोकने के लिए कड़ी चौकसी रखने और आधुनिक तकनीकों का पूरा उपयोग करने को कहा। उन्होंने सभी सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहने और जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को खत्म करने के लिए तालमेल के साथ काम जारी रखने का निर्देश दिया। उन्होंने यह आश्वासन भी दिया कि इस प्रयास में सभी संसाधन उपलब्ध कराये जाएंगे।

गृह मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा कि ये बैठकें इस माह चार और पांच तारीख को भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ हुई उच्च स्तरीय बैठकों की कड़ी में आयोजित की गईं। इन बैठकों में केंद्रीय गृह सचिव, आसूचना ब्यूरो के निदेशक, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठकों में शामिल हुए।

विज्ञप्ति के अनुसार इन बैठकों में श्री शाह ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ‘आतंकवाद मुक्त जम्मू-कश्मीर’ के लिए प्रतिबद्ध है।” उन्होंने आतंक मुक्त जम्मू-कश्मीर के लक्ष्य को हासिल करने के लिए अर्धसैनिक बलों की भूमिका पर बल दिया और सीमा सुरक्षा बलों (बीएसएफ) को सीमाओं पर कड़ी निगरानी, ​​बॉर्डर ग्रिड को मजबूत करने और निगरानी तथा सीमा सुरक्षा के लिए उन्नत प्रौद्योगिकियों का उपयोग कर अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से ‘जीरो घुसपैठ’ सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

श्री शाह ने सीआरपीएफ को भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ तालमेल जारी रखने का निर्देश दिया। उन्होंने बल से जम्मू क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करने और ऊँचाई वाले क्षेत्रों पर दबदबा बनाने का भी निर्देश दिया।

विज्ञप्ति के अनुसार गृह मंत्री ने जम्मू-कश्मीर में काम कर रहे खुफिया तंत्र की भी समीक्षा की और उन्हें गुणवत्तापूर्ण खुफिया जानकारी उत्पन्न करने के लिए कवरेज और पैठ बढ़ाने का निर्देश दिया। उन्होंने ख़ुफ़िया जानकारी उत्पन्न करने के लिए प्रौद्योगिकी के महत्व को दोहराया। श्री शाह ने कहा कि आतंक-वित्तपोषण की निगरानी, ​​नार्को-आतंकवादी मामलों पर कड़ी पकड़ और जम्मू-कश्मीर में पूरे आतंकवाद के पारिस्थितिकी तंत्र को खत्म करना मोदी सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में ‘रत्ती भर भी मौका नहीं’ की योजना के लिए मजबूत कदम उठाये जा रहे हैं।

गृह मंत्री ने राष्ट्र-विरोधी तत्वों द्वारा किए जा रहे नकारात्मक प्रचार का मुकाबला करने पर ध्यान केंद्रित करने का भी निर्देश दिया ताकि लोगों के सामने सही तस्वीर पेश की जा सके। उन्होंने एजेंसियों के बीच तालमेल जारी रखने के निर्देश दिए और टेक्नोलॉजी अपनाने तथा इंटेलिजेंस बढ़ाने के लिए मार्गदर्शन दिया।

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