झारखंड चुनाव में ‘साइलेंट वोटर्स’ ने बढ़ाई टेंशन, ‘4.7’ में उलझी पार्टियां, पहले चरण का ‘खेला’ दलों का खेल बिगड़ेगा?
- झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में कुल 66.6 प्रतिशत मतदान हुआ, जिसमें महिलाओं का वोट प्रतिशत 69 प्रतिशत रहा।
- पहले चरण में 43 में से 37 सीटों पर महिलाओं ने पुरुषों से अधिक वोट डाले।
- बहरागोड़ा विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 79.3% मतदान हुआ, जिसमें महिलाओं का मतदान प्रतिशत 81.6% रहा।
- भारतीय जनता पार्टी ने महिलाओं के मतदान को सोरेन सरकार के खिलाफ अपराधों से तंग आकर किया गया बताया है।
रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। राज्य में 66.6 प्रतिश वोट पड़े, जिसमें महिलाओं का वोट प्रतिशत पुरुषों से 4.7 फीसदी अधिक रहा। इसको लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष ने अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी है। साइलेंट वोटर्स के वोटों में इजाफा से सभी दल टेंशन में हैं।
- पहले चरण में 43 सीटों पर वोटिंग
झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में बुधवार को 43 सीटों पर वोटिंग हुई। चुनाव आयोग के अनुसार, कुल 66.6 प्रतिशत मतदान हुआ। यह आंकड़ा 2019 के विधानसभा चुनाव से 2.7 प्रतिशत है। इस बार महिलाओं ने वोटिंग में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। महिलाओं का वोट प्रतिशत 69 फीसदी रहा, जबकि पुरुषों ने 64.3% वोट डाले। तीसरे लिंग के मतदाताओं ने 31% मतदान किया।
- 43 में से 37 सीटों पर महिलाओं ने डाले अधिक वोट डाले
पहले चरण में 43 में से 37 सीटों पर महिलाओं ने पुरुषों से अधिक वोट डाले। केवल 6 विधानसभा क्षेत्रों- पोटका, जुगसलाई, जमशेदपुर पूर्व, सरायकेला, तमाड़ और खूंटी में पुरुषों का मतदान प्रतिशत अधिक रहा। हालांकि, इन 6 में से 4 विधानसभा क्षेत्रों में महिला और पुरुष मतदाताओं के बीच का अंतर एक प्रतिशत से भी कम था। बरकट्ठा और बरही में महिला और पुरुष मतदान के बीच क्रमशः 17% और 15% का अंतर था।
सबसे अधिक 79.3% मतदान बहरागोड़ा में हुआ। यहां महिलाओं ने बढ़-चढ़कर वोट डाले। महिलाओं का मतदान प्रतिशत 81.6% रहा। खरसावां में कुल 79.1% वोट पड़े, जिसमें महिलाओं का वोट प्रतिशत लगभग 80% रहा। रांची में सबसे कम 52.5% मतदान हुआ। पहले चरण में जिन 43 सीटों पर वोटिंग हुई, उनमें से 13 सीटों पर 70% से अधिक, 25 सीटों पर 60-70% और 5 सीटों पर 60% से कम वोट पड़े।
- पक्ष और विपक्ष हैं गदगद
महिलाओं के बढ़े हुए मतदान को लेकर सत्ताधारी दल और विपक्ष ने अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी है। झामुमो, कांग्रेस और राजद वाले इंडिया गठबंधन का कहना है कि महिलाओं ने हेमंत सोरेन सरकार की कल्याणकारी योजनाओं, खासकर ‘मैय्या सम्मान योजना’ को पसंद किया है। इस योजना के तहत महिलाओं को हर महीने 1000 रुपये मिलते हैं। इंडिया गठबंधन का दावा है कि महिलाओं की ज्यादा भागीदारी ने हेमंत सोरेन सरकार की कल्याणकारी योजनाओं, खासकर ‘मैय्या सम्मान योजना’ की लोकप्रियता को दर्शाया है, जिसके तहत महिला लाभार्थियों को प्रति माह 1000 रुपये दिए जाते हैं।
वहीं, बीजेपी ने कहा है कि महिलाओं का सोरेन सरकार से मोहभंग हो गया है। बीजेपी नेता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि उन्होंने बड़ी संख्या में मतदान किया है क्योंकि वे पिछले पांच वर्षों में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 7000 से अधिक मामलों से तंग आ चुके हैं। उन्होंने बड़ी संख्या में मतदान किया है क्योंकि BJP ने ‘गोगो दीदी योजना’ के तहत 2100 रुपये देने का वादा किया था।