शुरू हुई स्प्रिंगर नेचर-आईसीएसएसआर की भारत अनुसंधान यात्रा 2024
नयी दिल्ली 20 सितंबर : स्प्रिंगर नेचर ने राष्ट्रीय अनुसंधान यात्रा के दूसरे संस्करण के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर) के साथ साझेदारी की है।
स्प्रिंगर नेचर ने वर्ष 2023 में इस यात्रा की शुरुआत की थी और पहली यात्रा सफल होने के बाद भारतीय अनुसंधान इको सिस्टम को मजबूत करने और अनुसंधान अखंडता के बारे में बेहतर जागरूकता पैदा करने का प्रयास किया है। तीस दिवसीय यह यात्रा 09 राज्यों के 17 शहरों से गुजरेगी और इसका विषय अनुसंधान अखंडता, ओपन एक्सेस, सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) और अनुसंधान में समानता है।
भारत अनुसंधान यात्रा 2024 की शुरुआत करने के लिए गुरुवार को यहां कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें आईसीएसएसआर के कार्यवाहक अध्यक्ष प्रोफेसर दीपक कुमार श्रीवास्तव और आईसीसीएसआर के अन्य वरिष्ठ सदस्य और स्प्रिंगर नेचर के प्रमुख प्रतिनिधि शामिल हुए। यात्रा के माध्यम से नियोजित 26 सम्मेलन में से पहला अनुसंधान सम्मेलन जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में ‘रिसर्च इंटिग्रिटी एंड इट्स रोल इन स्ट्रेंथनिंग इन इंडियन रिसर्च आउटपुट ‘ विषय पर आयोजित किया गया था। पैनलिस्टों में जेएनयू के प्रोफेसर विवेक कुमार, प्रोफेसर एलुमलाई कन्नन और स्प्रिंगरर नेचर इंडिया की संचार निदेशक निधि गुलाटी शामिल थीं। यह बस अब भारत भर के प्रमुख शहरों और शैक्षणिक संस्थानों का भ्रमण करेगी तथा व्यावहारिक कार्यशालाएं, प्रशिक्षण सत्र तथा नवीनतम उपकरणों और जानकारियों तक पहुंच उपलब्ध कराएगी। यह दौरा अकादमिक और अनुसंधान के विभिन्न पहलुओं को भी कवर करेगा, जिसमें रिसर्च इंटीग्रिटी, ओपन एक्सेस और ट्रांसफॉर्मेटिव एग्रीमेंट पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। यात्रा के दौरान प्रत्यक्ष संपर्क के माध्यम से स्प्रिंगर नेचर का उद्देश्य विशेष रूप से भारत से अनुसंधान के परिणामों को बढ़ाना तथा प्रख्यात शोधकर्ताओं, शैक्षणिक संस्थानों और उद्योगपतियों के साथ अच्छे संबंध स्थापित करना है। स्प्रिंगर नेचर इंडिया के महाप्रबंधक वेंकटेश सर्वसिद्धि ने कहा, कहा, “ हम केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद के साथ साझेदारी में राष्ट्रीय अनुसंधान यात्रा के दूसरे संस्करण को शुरू करने पर रोमांचित हैं। स्प्रिंगर नेचर में हम विशेष रूप से रिसर्च इंटीग्रिटी, सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) और ओपन एक्सेस पर ध्यान केंद्रित करके भारत में रिसर्च इकोसिस्टम के पोषण और समर्थन के लिए प्रतिबद्ध हैं। अपनी विशेषज्ञता और वैश्विक संसाधनों को सीधे देश भर के शोधकर्ताओं तक पहुंचाकर हमारा लक्ष्य अधिक सहयोग, नवाचार और विश्व स्तरीय ज्ञान तक पहुंच को बढ़ावा देना है। यह पहल प्रभावशाली अनुसंधान को आगे बढ़ाने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है, जो राष्ट्रीय विकास और वैश्विक वैज्ञानिक समुदाय दोनों में योगदान दे सकता है।“ आईसीएसएसआर के सदस्य सचिव प्रो. धनंजय सिंह ने कहा, “ नेशनल रिसर्च टूर 2024 के लिए स्प्रिंगर नेचर के साथ हमारी साझेदारी भारत में अनुसंधान परिदृश्य को मजबूत करने, विशेष रूप से सामाजिक और मानव विज्ञान तथा अन्य अंतःविषय क्षेत्रों में, हमारी साझा प्रतिबद्धता का उदाहरण है। यह पहल देश भर के शोधकर्ताओं तक महत्वपूर्ण संसाधन, ज्ञान और वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं को सीधे पहुंचाती है, जिससे उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय शैक्षणिक संवादों में सार्थक योगदान देने के लिए सशक्त बनाया जाता है। हमारा मानना है कि यह सहयोग स्कालर्स की एक नई पीढ़ी को प्रेरित करेगा और नवीन अनुसंधान को बढ़ावा देगा जो हमारे समाज के सामने आने वाली गंभीर चुनौतियों का समाधान करेगा।“