सूरत पुलिस ने बांग्लादेशी महिला को पकड़ा, पिछले 3 साल से अवैध रूप से रह रही थी
सूरत। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने सूरत में पिछले 3 साल से अवैध रूप से रह रही बांग्लादेशी महिला को पकड़ा है। एक वर्ष वह मुंबई में रही, इसके बाद पिछले 3 साल से वह सूरत में रह रही थी। सूरत में वह अलग-अलग स्पा में नौकरी कर रही थी। महिला ने फर्जी कागजात के जरिए आधार कार्ड भी बनवा लिया था। पुलिस ने उसके पास से बांग्लादेशी नागरिक होने का पहचान पत्र बरामद किया है।
एसओजी पुलिस के अनुसार महिला का नाम रसीदा बेगम जहांगीर अली शेख है। वह सूरत में पिछले 3 साल से अवैध रूप से रह रही थी। बांग्लादेशी महिला को एसओजी ने महिधरपुरा दिल्ली गेट चौराहे स्थित इंडियन ऑयल के पेट्रोल पंप के पास से पकड़ा है। प्राथमिक पूछताछ में महिला ने बताया कि वह 4 वर्ष पूर्व बांग्लादेश के एक एजेंट के जरिए पश्चिम बंगाल होते हुए भारत आई थी।
इसके एवज में उसने एजेंट को 15 हजार रुपये दिए थे। इसके बाद वह पश्चिम बंगाल पहुंची थी। बाद में वह अलग-अलग ट्रेनों के जरिए सूरत पहुंची थी। इसके बाद वह एक साल मुंबई जाकर रही। बाद में पिछले तीन साल से सूरत में आकर स्थाई हो गई थी। सूरत में वह किराए के मकान में रह रही थी।
महिला के अनुसार वह बांग्लादेश के बरंगा गांव की वह रहने वाली है। वह एजेंट के जरिए जसोर जिले से बांग्लादेश की प्रतिबंधित सीमा से भारत के पश्चिम बंगाल के बेंगोन में प्रवेश कर हावडा स्टेशन पहुंची थी। पुलिस ने आरोपित महिला पर फॉरेन एक्ट पासपोर्ट रूल्स के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।