विश्व आदिवासी दिवस पर सांस्कृतिक विरासत और परंपरा संजोकर रखने का संकल्प लें : बाबूलाल मरांडी
रांची, 9 अगस्त । भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने बुधवार को विश्व आदिवासी दिवस की बधाई देते हुए कहा कि यह दिवस आदिवासी समुदाय के महत्व एवं संस्कृति को समझने का दिवस है। आदिवासी समाज की संस्कृति और परंपरा हमारी समृद्ध भारतीय एवं झारखंडी विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
मरांडी ने कहा कि झारखंड की 32 जनजातियां यहां की विविधता एवं समृद्धि का प्रतीक है। आदिवासी संस्कृति में अनूठी भाषाएं, नृत्य, संगीत, कला और विशेष शैलियां शामिल हैं, जिनका हमारी सांस्कृतिक विविधता में महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि तेजी से बढ़ती तकनीकी और आर्थिक प्रगति ने आदिवासी समुदायों के सांस्कृतिक धरोहरों को कुछ हद तक छूने का प्रयास किया है। इसके परिणामस्वरूप उनकी पारंपरिक जीवन शैली ,विशेषताएं और ज्ञान धीरे धीरे लुप्त हो रहे हैं। ऐसे में आदिवासी समुदाय का दायित्व और अधिक बढ़ जाता है।
उन्होंने कहा कि हमें आदिवासी समुदाय के जीवन शैली एवम जरूरतों को समझ एवं साथ मिलकर संस्कृति और परम्पराओं को संरक्षित रखने का प्रयास करना होगा। यह परंपरा हम सभी को प्रकृति के साथ मिलकर जीने का सबक सिखाती है। साथ ही कहा कि सामूहिक प्रयास के साथ आगे बढ़कर हम आदिवासी समुदाय एवं देश और राज्य को परम वैभव तक पहुंचा सकते हैं।