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राष्ट्र निर्माण, और विद्यार्थियों का जीवन गढ़ने में शिक्षकों का बहुमूल्य योगदान : पीएम मोदी

नई दिल्ली। शिक्षकों की भूमिका छात्र-छात्राओं को ज्ञान एंव मार्गदर्शन देकर उनके जीवन को गढ़ने में अत्यंत महत्वपूर्ण है। वो राष्ट्र निर्माण में अपना बहुमूल्य योगदान दे रहे हैं। इन्हीं शब्दों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को शिक्षक दिवस की बधाई दी।

पीएम मोदी ने डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी और अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, ”आप सभी को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं। यह अवसर युवा मस्तिष्क को आकार देने वाले सभी शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त करने का अवसर है।”

शिक्षा मंत्रालय की ओर से एक्स अकाउंट पर पीएम मोदी का संदेश जारी किया गया। पीएम मोदी ने कहा कि ”छात्र-छात्राओं को ज्ञान एंव मार्गदर्शन देकर उनके जीवन को गढ़ने में शिक्षकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। शिक्षक विद्यार्थियों को सपना देखने के लिए प्रेरित करते हैं और उसे पूरा करने का हौसला भी देते हैं। छात्र-छात्राओं के व्यक्तित्व विकास के साथ उन्हें देश के एक जिम्मेदार और समर्थ नागरिक के रूप में तैयार करने में भी शिक्षकों की अहम भूमिका होती है।”

”आजादी के शताब्दी वर्ष 2024 तक हमने आत्मनिर्भर और विकसित भारत बनाने का संकल्प लिया है। आज जो छात्र-छात्राएं स्कूल और कॉलेज में पढ़ रहे हैं आने वाले समय में इनके प्रयास से ही देश को एक नई दिशा मिलेगी। इस भावी पीढ़ी के जीवन को अपने ज्ञान से सींचकर हमारे शिक्षक राष्ट्र निर्माण में अपना बहुमूल्य योगदान दे रहे हैं। सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस और भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।”

उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु में 5 सितंबर 1888 को जन्मे डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को भारतीय संस्कृति के संवाहक, प्रख्यात शिक्षाविद और महान दार्शनिक के तौर पर जाना जाता है। उनके सम्मान में उनकी जयंती को ‘शिक्षक दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति थे। वो एक महान दार्शनिक और विद्वान थे। उन्हें 1954 में भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। 1963 में उन्हें ब्रिटिश रॉयल ऑर्डर ऑफ मेरिट की मानद सदस्यता प्रदान की गई थी।

—आईएएनएस

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