तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान का राजनयिकों पर हमले में शामिल होने से इनकार
इस्लामाबाद। प्रतिबंधित आतंकवादी समूह ‘तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान’ (टीटीपी) ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के स्वात में राजनयिकों पर रविवार को हुए हमले में शामिल होने से इनकार कर दिया है। इस हमले में राजदूतों के सुरक्षा काफिले में शामिल पुलिस के एक जवान की मौत हो गई थी। आतंकवादी समूह ने बयान में कहा कि एक दर्जन देशों के विदेशी राजदूतों को निशाना बनाकर किए गए हमले से उसका कोई लेना-देना नहीं है।
पाकिस्तान के प्रमुख समाचार पत्र डॉन में छपी खबर के अनुसार, इस हमले की स्वात चैंबर ऑफ कॉमर्स, व्यापारियों के महासंघ, वकीलों और नागरिक समाज के सदस्यों ने निंदा की है। इस हमले में मारे गए कांस्टेबल बुरहान खान को स्वात के शमोजई गांव में उनके पैतृक कब्रिस्तान में ससम्मान सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
उल्लेखनीय है कि खैबर पख्तूनख्वा पुलिस के आतंकवाद निरोधी विभाग ने हमले में एक पुलिसकर्मी के मारे जाने और पांच अन्य के घायल होने के एक दिन बाद एफआईआर दर्ज की है। खैबर पख्तूनख्वा पाकिस्तान का सर्वाधिक अशांत प्रांत है। टीटीपी ने राजनयिकों पर हुए हमले में हाथ होने से इनकार कर दिया है।