नए कानूनों का उदेश्य नागरिकों को न्याय दिलाना : शाह
चंडीगढ़, 03 दिसंबर : केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि नए आपराधिक कानूनों की आत्मा भारतीय है और इनका उद्देश्य भारतीय नागरिकों को न्याय दिलाना है।
श्री शाह यहाँ पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज में तीन नए आपराधिक कानूनों- भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम के सफल कार्यान्वयन को राष्ट्र को समर्पित करने के अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि नए कानून पूर्णत: अमल में लाने वाला पहला प्रदेश चंडीगढ़ बन गया है। इसलिए चंडीगढ़ को बधाई और पुलिस व प्रशासन को साधुवाद।
उन्होंने कहा कि नए कानून भारतीय संसद में बने हैं और गुलामी के चिन्हों को मिटाकर नए भारत के नए कानून हैं। उन्होंने कहा कि यह कानून तीन साल में देश भर में लागू हो जाएंगे। कार्यक्रम का मूल विषय ‘सुरक्षित समाज, विकसित भारत – दंड से न्याय तक’ था। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री, चंडीगढ़ प्रशासक गुलाबचंद कटारिया और राज्यसभा सांसद सातनाम सिंह संधु भी मौजूद थे।
कार्यक्रम में एक वृत्तचित्र भी दिखाया गया और उससे पहले नए कानूनों के तहत जांच से न्याय तक की प्रक्रिया का लाइव डेमो प्रस्तुत किया गया।
देश में इस साल एक जुलाई को नए आपराधिक कानून लागू किए गए। इन आपराधिक कानूनों का उद्देश्य भारत की न्याय व्यवस्था को अधिक पारदर्शी, कुशल और समकालीन समाज की आवश्यकताओं के अनुकूल बनाना है। ये सुधार भारत की आपराधिक न्याय प्रणाली में बदलाव का प्रतीक हैं, जो साइबर अपराध, संगठित अपराध जैसी आधुनिक चुनौतियों से निपटने और विभिन्न अपराधों के पीड़ितों के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए नए ढांचे लाते हैं।