HindiNationalNews

गीता में दिया गया संदेश हर मानव के लिए वर्तमान समय की जरूरत: मनोहर लाल

Insight Online News

चंडीगढ़ । हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के श्रीमद्भगवद्गीता के सार्वभौमिक ज्ञान को दुनिया के कोने-कोने में पहुंचाने के लिए किए जा रहे समर्पित प्रयासों के फलस्वरूप इस बारऑस्ट्रेलिया में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव मनाया जा रहा है।

ऑस्ट्रेलिया के कैनबरा के फेडरल पार्लियामेंट में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के उद्घाटन (ओपनिंग सेरेमनी) अवसर पर शुक्रवार को वर्चुअली संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के समय में जब पूरा संसार युद्ध, आतंकवाद, हिंसा व तनाव का सामना कर रहा है, इस समय गीता में दिया गया विश्व शांति, प्रेम और भाईचारा का संदेश हर मानव के लिए वर्तमान समय की जरूरत है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी भारतीयों विशेषकर हरियाणावासियों के लिए यह गर्व की बात है कि ऑस्ट्रेलिया की स्वयंसेवी संस्थाओं और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के संयुक्त प्रयासों से ऑस्ट्रेलिया की पावन धरा पर अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन किया गया है।

मनोहर लाल ने कहा कि गीता एक ऐसा अलौकिक प्रकाश पुंज है, जो काल, देश और सीमाओं से परे है, जो सर्वकालिक, सार्वभौमिक और चिरस्थायी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कहते हैं कि श्रीमद्भगवद्गीता जीवन के विभिन्न पहलुओं के लिए सार्थक है। उनके मार्गदर्शन से हरियाणा सरकार गीता के इस ज्ञान को दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचाने के लिए प्रयास कर रही है।

हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ऑस्ट्रेलिया में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में हिस्सा लेने के लिए गया है। प्रतिनिधिमंडल में गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, पानीपत से विधायक महिपाल ढांडा शामिल हैं। मनोहर लाल ने कहा कि मुझे गर्व है कि मैं महान भारत के उस छोटे से प्रदेश हरियाणा का मुख्यमंत्री हूं, जहां कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर भगवान श्रीकृष्ण ने 5160 वर्ष पहले गीता के माध्यम से कर्म योग का अमर संदेश दिया था, जो सदियों तक मानव का मार्गदर्शन करता रहेगा। गीता में कुरुक्षेत्र को धर्मक्षेत्र की संज्ञा दी गई है।

उन्होंने इस आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में ऑस्ट्रेलिया के लोगों ने गीता के प्रति जो आस्था एवं श्रद्धा और उत्साह दिखाया है, उनका शब्दों में वर्णन नहीं किया जा सकता। उन्होंने गीता की पावन भूमि कुरुक्षेत्र आने का भी निमंत्रण दिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *