मौसम विभाग ने देश भर में अगले पांच दिनों तक भारी बारिश की दी चेतावनी
नई दिल्ली, 22 जून । जून की उमस भरी गर्मी से परेशान होकर आप भी अगर पहाड़ों या किसी अन्य ठंडी जगह पर घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो सावधान हो जाइए। मौसम अब करवट ले चुका है। भारत में मानसून की दस्तक के साथ ही अगले कुछ दिनों तक देश के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना है।
भारी बारिश की चेतावनी भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने जारी की है। मौसम विभाग के मुताबिक 22 से 26 जून के बीच देश के उत्तर-पश्चिम भारत, मध्य प्रदेश, गुजरात, कोंकण और गोवा में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। खास बात यह है कि कुछ राज्यों में तो अगले कुछ दिनों में अत्यधिक भारी बारिश भी हो सकती है।
आईएमडी के बुलेटिन के अनुसार 22 जून को गुजरात क्षेत्र के कुछ हिस्सों में, जबकि 23 और 24 जून को मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में 20 सेमी से भी अधिक बारिश हो सकती है। वहीं, पूर्वोत्तर भारत में भी अगले तीन दिनों तक लगातार भारी बारिश के आसार हैं और उसके बाद अगले चार दिनों तक भी तेज बारिश की संभावना बनी रहेगी।
देश के मध्य भारत में पश्चिमी मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ जैसे इलाकों में 23 और 24 जून को अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है। 22 से 27 जून के दौरान अंडमान-निकोबार द्वीप समूह, बिहार, झारखंड, गंगा क्षेत्र का पश्चिम बंगाल और ओडिशा में गरज-चमक और तेज हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना जताई गई है। कई इलाकों में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं, इससे यातायात और बिजली जैसी सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं।
देश के पश्चिमी हिस्सों में विशेष रूप से गुजरात, कोंकण और गोवा में 22 से 28 जून के बीच भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है। 22 जून को गुजरात में कई स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा की आशंका जताई गई है। इस दौरान मुंबई सहित पश्चिमी समुद्री तटीय इलाकों में जलजमाव और बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है।
उत्तर-पश्चिम भारत की बात करें, तो 23 जून को पूर्वी राजस्थान में भारी से अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में भी अगले 5 से 7 दिनों तक भारी बारिश का अनुमान है। बिजली गिरने और तेज हवाओं के चलते इन इलाकों में एहतियातन सतर्कता बरतने की जरूरत है।
पूर्वोत्तर भारत में भी भारी वर्षा का दौर जारी रहेगा। 22 और 23 जून को असम और मेघालय में, 23 और 24 को अरुणाचल प्रदेश में, जबकि 23 जून को ही नागालैंड और मणिपुर में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। पहाड़ी और जंगलों वाले इलाकों में भूस्खलन और नदियों का जलस्तर बढ़ने की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता।
दक्षिण भारत के राज्य भी बारिश के इस दौर से अछूते नहीं रहेंगे। केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र के तटीय हिस्सों में 22 से 28 जून के बीच कई स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा तेलंगाना, रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम में गरज-चमक के साथ बारिश और 40 से 60 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है।
मौसम विभाग की ओर से एक और महत्वपूर्ण चेतावनी यह दी गयी है कि तमिलनाडु, तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा के कुछ इलाकों में 22 से 24 जून के बीच गर्म और आर्द्र मौसम बना रहेगा, जिससे उमस और असहजता महसूस हो सकती है।
ऐसे में अगर आप यात्रा की योजना बना रहे हैं या किसी खुले इलाके में काम करतेे हैं, तो अगले कुछ दिनों तक आपको विशेष सतर्कता बरतनी जरूरी है। भारी बारिश से ट्रैफिक जाम, जलभराव, पेड़ों के गिरने, बिजली की समस्या और संचार सेवाओं में बाधा जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। विशेषकर पहाड़ी इलाकों में जाने वाले पर्यटक मौसम की स्थिति जानकर ही अपने-अपने घरों से निकलेंगे, तो बेहतर होगा।