बिहार में बाढ़ के बाद जलजमाव से डेंगू मरीज की संख्या में हो रही वृद्धि, NMCH में एक की हुई मौत
पटना। बिहार में राजधानी पटना समेत 12 जिले बाढ़ के प्रकोप से प्रभावित हुए हैं। हालांकि अब गंगा सहित अन्य नदियों का भी जलस्तर में कमी आ रही है, लेकिन जल जमाव के कारण डेंगू का प्रकोप भी लगातार बिहार में बढ़ता जा रहा है। इसका सबसे ज्यादा असर राजधानी पटना में देखने को मिल रहा है। इस वर्ष अब तक पूरे बिहार में कुल 2512 डेंगू मरीज की संख्या हो गई है।
- पटना में डेंगू मरीज की संख्या 1229
पटना में बीते मंगलवार तक 1229 डेंगू के मरीज हो चुके हैं. इसके अलावा गया में आठ ,बेगूसराय में चार मरीज भी मिले हैं तो पूर्वी चंपारण में तीन औरंगाबाद में दो कटिहार में दो मरीज पाए गए हैं। बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल एनएमसीएच (NMCH) में डेंगू के लिए 2 महीने पूर्व से ही विशेष व्यवस्था की गई है और यहां सिर्फ डेंगू मरीजों के लिए 50 म बेड लगाए गए हैं। इनमें 20 बेड पुरुष के लिए 20 बेड महिला के लिए और 10 बेड बच्चों के लिए रिजर्व किया गया है. सभी बेड पर मच्छरदानी के साथ उचित दवा की व्यवस्था की गई है।
एनएमसीएच में अब तक डेंगू से दो मरीजों की मौत हो चुकी है. इसमें सोमवार को खगड़िया के रहने वाले 47 वर्षीय व्यक्ति की डेंगू से मौत हो गई. इससे पहले 29 अगस्त को भी एक महिला की मौत हो गई थी. एनएमपीएस के ताजा आंकड़ों के अनुसार मंगलवार को तीन पुरुष और तीन महिला मरीज एडमिट हुए, गंगा का जलस्तर घटने से बच्चों पर डेंगू का प्रभाव ज्यादा दिख रहा है. यही वजह है कि एनएमसीएच में मंगलवार के आंकड़ों के अनुसार बच्चों के लिए 10 बेड में आठ बेड पर बच्चा मरीज एडमिट है। NMCH में मंगलवार को 76 सैंपल लिए गए थे, जिसमें 26 नए मरीज पाए गए।
- आईजीआईएमएस में बढ़ाए गए बेड
डेंगू से निपटने के लिए पटना के सभी अस्पतालों में व्यवस्था की गई है. IGIMS में डेंगू के बेड की संख्या बढ़ा दी गई है अब वहां बेड की संख्या 40 हो गई है. इसमें तीन आईसीयू बेड रखा गया है। IGIMS अधीक्षक मनीष मंडल ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के साथ बैठक में डेंगू के लिए बेड बढ़ाने की का निर्णय लिया गया है. आगामी अक्टूबर महीने तक डेंगू का प्रकोप देखने को मिल सकता है इसके लिए अस्पताल पूरी तरह तैयार है। डॉक्टरों की माने तो अभी तक डेंगू के सबसे ज्यादा मरीज पटना में देखे जा रहे हैं। हलांकि पटना सहित पूरे बिहार में डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। पिछले वर्ष की अपेक्षा डेंगू के मरीजों की संख्या में इस वर्ष हल्की कमी है।
- मुख्य सचिव ने किया समीक्षा बैठक
डेंगू से बचाव के लिए मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने कल मंगलवार को समीक्षा बैठक भी की थी और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में स्वास्थ्य विभाग और नगर विकास विभाग के अधिकारियों को प्रमंडलीय आयुक्त और जिलाधिकारी सिविल सर्जन नगर आयुक्त के साथ बातचीत करके डेंगू से बचाव का अहम निर्देश दिए। इसमें मुख्य रूप से लोगों को जागरूक करने, लगातार फॉगिंग करवाने और जलजमाव को खत्म करने का निर्देश दिया। इसके साथी सभी अस्पतालों में डेंगू मरीजों के लिए उचित बेड दवा उपलब्ध सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।