सरकार, संस्थान और छात्रों की एकजुटता से होगा बीएयू का वास्तविक उद्देश्य पूरा : मंत्री
रांची, 26 जून । बिरसा कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू), कांके का 45वां स्थापना दिवस गुरुवार को मनाया गया।
इस अवसर पर कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं। मौके पर उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में नवनिर्मित कृषि अभियंत्रण महाविद्यालय भवन का उद्घाटन किया।
मौके पर मंत्री ने कहा कि बीएयू की स्थापना की परिकल्पना उस दौर में की गई थी, जब देश में हरित क्रांति अपने शिखर पर थी और आवश्यकता थी कि किसान विज्ञान और तकनीक से जुड़ें। उन्होंने बीएयू की नींव में बाबा कार्तिक उरांव के योगदान को ऐतिहासिक बताते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी।
मंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय को केवल डिग्री प्रदान करने वाले संस्थान तक सीमित नहीं रखाना चाहिए, बल्कि यह देखने की जरूरत है कि यहां से अर्जित ज्ञान का समाज को कितना लाभ मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि जब तक सरकार, संस्थान, राजभवन और छात्र एकजुट होकर कार्य नहीं करेंगे, तभी विश्वविद्यालय अपने वास्तविक उद्देश्य को पूरा कर सकेगा।
कृषि मंत्री ने कहा कि बीएयू की स्थापना का मुख्य उद्देश्य छोटानागपुर के ग्रामीण इलाकों को उन्नत कृषि से जोड़ना और गांव के किसानों को प्रगतिशील किसान की श्रेणी में खड़ा करना है। इसमें बीएयू ने इस दिशा में अब तक अहम भूमिका निभाई है और आने वाले समय में इसे और अधिक प्रभावी बनाना होगा।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के विकास में सरकार हरसंभव सहयोग करेगी।
समारोह में बीएयू के कुलपति डॉ एससी दुबे ने कहा कि क्लाइमेट रेसिलियंट और बायो फोर्टीफाइड फसल प्रभेदों का विकास एवं कृषि पद्धति में बागवानी तथा पशुपालन का समावेश करते हुए उसे वह वैविध्यपूर्ण बनाना विश्वविद्यालय का प्रमुख भावी कार्यक्रम है।
उन्होंने विश्वविद्यालय में शिक्षक, वैज्ञानिक और अन्य कर्मियों के बड़ी संख्या में रिक्त पड़े पदों तथा शिक्षकेतर कर्मियों के लिए एसीपी/ एमएसीपी लागू करने की ओर भी मंत्री का ध्यान आकृष्ट कराया।
इस अवसर पर विभिन्न महाविद्यालयों के डीन, कृषि वैज्ञानिक, शिक्षक एवं अधिकारी सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी मौजूद थे।