थके सीएम और रिटायर्ड पदाधिकारी चला रहे बिहार : तेजस्वी
मधेपुरा: बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने आरोप लगाया कि थके मुख्यमंत्री और रिटायर्ड पदाधिकारी राज्य को चला रहे हैं।
कार्यकर्ता दर्शन सह संवाद कार्यक्रम के चौथे चरण में मधेपुरा पहुंचे तेजस्वी यादव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि नीति आयोग के रिपोर्ट में बिहार का नाम सबसे गरीब राज्य में दर्ज है।बेरोजगारी और गरीबी के साथ पलायन सबसे बड़ी समस्या है। इसे दूर करने में नीतीश सरकार असफल रही है। उन्होंने बिहार को विशेष राज्य की दर्जा नहीं देने पर सीएम और पीएम से हिसाब मांगा।
श्री यादव ने माय बहन सम्मान योजना को लेकर जनता दल यूनाईटेड (जदयू) सांसद ललन सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए उनसे मुख्यमंत्री के 15 दिन के बिहार यात्रा के खर्च का हिसाब मांगा। उन्होंने कहा कि इससे पहले ललन सिंह को जवाब देना चाहिए कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 15 दिनों के लिए बिहार यात्रा पर दो अरब 25 करोड़ 78 लाख रुपए का जो खर्च है वह कहां से आ रहा है।
इसका हिसाब उन्हें जनता को देना चाहिए। वहीं इस दौरान उन्होंने वन नेशन वन इलेक्शन पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लोग राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (आरएसएस) का कानून देश में लागू करना चाहते हैं। चुनाव आयोग समय पर चुनाव नहीं करा सकते हैं।
एक साथ कई राज्यों में चुनाव नहीं हो सकता है। एक राज्य में भी एक चरण में चुनाव नहीं संपन्न हो सका है तो पूरे देश में एक साथ चुनाव कैसे संपन्न हो सकता है। यदि खर्च बचाने की बात है तो सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा पिछले 11 सालों में अब तक विज्ञापन पर कितना खर्च किया गया है, इसका हिसाब उन्हें जनता को देना चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आज कह रहे हैं वन नेशन वन इलेक्शन फिर कल कहेंगे वन नेशन, वन पार्टी कहेंगे और वन नेशन वन लीडर होगा। इन सबका कोई मतलब नही है बस ये लोग आरएसएस का एजेंडा सेट करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि थके सीएम और रिटायर्ड पदाधिकारी से बिहार का विकास नहीं हो सकता।
इस दौरान पूर्व मंत्री सह सदर विधायक प्रोफेसर चन्द्रशेखर, पूर्व लोकसभा प्रत्याशी डॉक्टर चंद्र दीप, जिला अध्यक्ष जयकांत यादव , शक्ति सिंह विधायक चंद्रहास चौपाल समेत कई लोग मौजद रहे।