झारखंड आदिवासी महोत्सव में आकर्षण का केन्द्र बने पारंपरिक वाद्ययंत्र व व्यंजन
रांची, 9 अगस्त । नगर के बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान में शुक्रवार काे झारखंड आदिवासी महोत्सव 2024 का शानदार आगाज हुआ। राज्य के कोने-कोने से पहुंचे हजारों की संख्या में लोगों ने महोत्सव के पहले दिन लुत्फ उठाया। पारंपरिक परिधान में अलग-अलग वेशभूषा में आए लोगों ने आदिवासी दिवस की रौनक बढ़ा दी। सभी लोग मांदर की ताल पर खूब थिरके।
झारखंड आदिवासी महोत्सव में लगे प्रदर्शनी हॉल में अलग-अलग राज्यों से विभिन्न प्रकार के ट्राइबल स्टॉल लगाए गए हैं। इनमें पारंपरिक परिधान, हैंटमेड प्रोडक्ट्स के साथ लोगों को जागरूक करने के लिए कई स्टॉल लगाए गए हैं। इन स्टॉलों में एक स्टॉल चला अखरा लोगों को काफी आकर्षित कर रहा है। इस स्टॉल में संथाल ट्राइब का वाद्ययंत्र बानाम मुख्य आकर्षण का केंद्र है। इसके अलावा इस स्टॉल में मंदार और नगाड़ा भी उपलब्ध हैं।
आदिवासी महोत्सव में राज्य के कई जिलों से आए लोगों ने पारंपरिक व्यंजन के स्टॉल लगाए हैं। इनमें पाजपोड़ा रोटी, मडुआ रोटी, मालपुआ, पीठा, घुस्का, छिल्का रोटी, चावल का लड्डू, गुंडली का हल्वा, डम्बू जैसे वेज खाने के अलावा नॉन वेज पत्ता में सेका हुआ चिकन, बिरयानी लोग खूब चाव से खाए. यहां पर खाने के सामान की कीमत 20 रू से शुरू है।