भ्रष्टाचार के बिना पूरी पारदर्शिता से नौकरियां दे रही है त्रिपुरा सरकार -शाह
नयी दिल्ली, 05 फरवरी : केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि त्रिपुरा में पहले की सरकार के दौरान नौकरी उन्हीं लोगों को मिलती थी जो किसी विशेष राजनीतिक पार्टी के सदस्य हों। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा के वर्तमान मुख्यमंत्री ने किसी भेदभाव, सिफारिश और भ्रष्टाचार के बिना और पारदर्शिता के साथ राज्य के 2807 युवाओं को आज सरकारी नौकरी देकर उनके जीवन में एक नई शुरूआत कर उन्हें राज्य के विकास के साथ जोड़ने का अवसर प्रदान किया है।
श्री शाह आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से त्रिपुरा सरकार में नौकरी के लिए 2800 से अधिक नियुक्ति पत्रों के वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि आज 2437 मल्टी टास्किंग स्टाफ़ और स्वास्थ्य विभाग के 370 पदों पर नियुक्ति के साथ ही इन लोगों के जीवन में एक नई शुरूआत हुई है। उन्होंने कहा कि नियुक्ति पत्र प्राप्त करते ही ये 2807 लोग आज से ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के विकसित त्रिपुरा और विकसित भारत अभियान का हिस्सा बन गए हैं।
श्री अमित शाह ने कहा किप्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में आज पूरा नॉर्थईस्ट विकास के रास्ते पर चल रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में केन्द्रीय मंत्रियों ने नॉर्थईस्ट का 700 से अधिक बार दौरा किया है और इस क्षेत्र के विकास के लिए कई सकारात्मक पहलें की गई हैं। श्री शाह ने कहा कि नॉर्थईस्ट को पहले उग्रवाद, घुसपैठ, ब्लॉकेड्स, ड्रग्स, हथियारों की तस्करी, भ्रष्टाचार औरजातीय तनाव के लिए जाना जाता था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आज नॉर्थईस्ट को विकास, कनेक्टिविटी, इन्फ्रास्ट्रक्चर, शिक्षा, निवेश और कृषि संबंधित गतिविधियों के विकास के लिए जाना जाता है।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार ने पिछले 10 साल में त्रिपुरा में 3 समझौते कर राज्य में स्थायी शांति लाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में ब्रू-रियांग जाति के भाइयों-बहनों को स्थायी निवास और शिक्षा, स्वास्थ्य और नौकरियां देकर उनके जीवन में नया बदलाव लाने के प्रयास किए गए हैं। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा के सभी विद्रोही समूह सरेंडर कर मेनस्ट्रीम में आ चुके हैं। श्री शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा जी के नेतृत्व में आज त्रिपुरा भटकाव की जगह भागीदारी, रुकावट की जगह रफ्तार और विलंब की जगह वेलफेयर के रास्ते पर आगे बढ़ चुका है।