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अमेरिकी तिब्बत दूत ने की दलाई लामा से मुलाकात

न्यूयॉर्क। अमेरिका की विशेष तिब्बती समन्वयक उजरा जेया ने बुधवार को तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा से मुलाकात की। इस मुलाकात में जेया ने राष्ट्रपति जो बाइडेन की ओर से तिब्बतियों के मानवाधिकार के प्रति समर्थन की पुष्टि की। साथ ही हाल ही में हुई दलाई लामा की घुटने की सर्जरी के बाद उनका हालचाल जाना।

न्यूयॉर्क में आयोजित इस बैठक के दौरान, जेया और उनके साथ अमेरिकी राष्ट्रपति के विशेष सहायक और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के लोकतंत्र और मानवाधिकार के वरिष्ठ निदेशक केली रज्जौक ने तिब्बत में मानवाधिकार के हनन के मुद्दों पर संयुक्त राज्य अमेरिका के चल रहे प्रयासों पर चर्चा की। यह बैठक तिब्बत के प्रति अमेरिका की एकजुटता और प्रतिबद्धता का एक महत्वपूर्ण संकेत मानी जा रही है। हालांकि, इस बैठक से चीन की नाराजगी हो सकती है, जो तिब्बती मामलों में किसी भी बाहरी हस्तक्षेप का विरोध करता है।

अमेरिकी विदेश विभाग के बयान के अनुसार, जेया ने दलाई लामा के जीवन में उनके समर्पण और अहिंसा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की सराहना की। इस पर दलाई लामा ने तिब्बती सांस्कृतिक संरक्षण और तिब्बत में मानवाधिकार हनन को समाप्त करने के लिए अमेरिका के प्रयासों को समर्थन करने का आश्वासन भी दिया।

28 जून को घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी के बाद, दलाई लामा ने इटली के सिराक्यूज़ शहर के नैपी फार्म हाउस में छह सप्ताह तक आराम किया। इसके बाद मंगलवार को वह न्यूयॉर्क पहुंचे। न्यूयॉर्क में हॉस्पिटल फॉर स्पेशल सर्जरी के प्रमुख डॉ. डेविड मेमैन ने बताया कि दलाई लामा के अगले छह से 12 महीनों में सुधार जारी रहने की उम्मीद है।

गुरुवार को उत्तरी अमेरिका के तिब्बती समुदाय के लोग न्यूयॉर्क के यूबीएस एरेना में दलाई लामा की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करेंगे। इसके बाद, स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख में भी 25 अगस्त को एक और ऐसी सभा का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद दलाई लामा के 28 अगस्त को धर्मशाला लौटने की उम्मीद है।

बता दें, दलाई लामा को मार्च 1959 में चीनी शासन के खिलाफ असफल विद्रोह के बाद तिब्बत से भागकर भारत में शरण लेनी पड़ी थी। 89 वर्षीय दलाई लामा हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला के पास मैकलियोडगंज में रहते हैं।

–आईएएनएस

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