विवेकानंद के विचार भारत ही नहीं, पूरे विश्व के लिए प्रेरणास्रोत : राज्यपाल
रांची, 12 जनवरी । राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने रविवार को कहा कि स्वामी विवेकानंद का जीवन और उनके विचार केवल भारत ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व के लिए प्रेरणास्रोत हैं।
राज्यपाल युगपुरुष स्वामी विवेकानंद की जयंती पर रामकृष्ण मिशन आश्रम के तत्वावधान में आयोजित 54वें वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने रामकृष्ण मिशन आश्रम की ओर से स्कूली विद्यार्थियों एवं कॉलेज छात्रों के लिए आयोजित क्विज, निबंध आदि प्रतियोगिताओं की सराहना की और सभी प्रतिभागियों को बधाई दी। साथ ही स्वामी विवेकानंद के आदर्श “मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है” का उल्लेख करते हुए मिशन के शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक कल्याण के कार्यों की सराहना की।
राज्यपाल न स्वामी विवेकानंद के उद्धरण “उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए” का उल्लेख करते हुए युवाओं को आत्मनिर्भर, आत्मविश्वासी और आत्म-निर्धारित बनने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद महिला सशक्तिकरण के प्रबल पक्षधर थे और उन्होंने समाज के उत्थान में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल दिया।
राज्यपाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में संचालित ‘आत्मनिर्भर भारत’, ‘स्टार्टअप इंडिया’ और ‘स्किल इंडिया’ जैसे पहलों का उल्लेख करते हुए कहा कि ये युवाओं को सशक्त और प्रेरित कर रहे हैं। उन्होंने शिक्षण संस्थानों से स्वामी विवेकानंद के आदर्शों को शिक्षा के माध्यम से प्रसारित करने का आह्वान किया ताकि युवा समाज के प्रति जिम्मेदार और समर्पित नागरिक बन सकें।
राज्यपाल ने समारोह में विजयी प्रतिभागियों को सम्मानित किया तथा प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी और रामकृष्ण मिशन को इस सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएं और बधाई दी।