जम्मू-कश्मीर में मतदाता लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करने के इच्छुक हैं: उमर अब्दुल्ला
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के पहले चरण में बुधवार को मतदाताओं में दिख रहे उत्साह का स्वागत करते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि मतदाता अपने लोकतांत्रिक मतदान अधिकार का प्रयोग करने के लिए पिछले 10 वर्षों से बेसब्री से इंतजार कर रहे थे।
श्री उमर ने यहां बुधवार को संवाददाताओं से कहा, “यह अच्छी बात है कि लोग सुबह से ही वोट देने के लिए अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं।”
नेकां उपाध्यक्ष ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, “इस दिन का लोग पिछले 10 साल से इंतजार कर रहे थे। हम समझ नहीं पा रहे हैं कि लोगों को उनके लोकतांत्रिक अधिकार से क्यों दूर रखा गया और उनसे यह अधिकार क्यों छीना गया।” उन्होंने कहा कि जितने अधिक वोट पड़ेंगे, लोकतंत्र और उनकी पार्टी के लिए उतना ही अच्छा होगा।
श्री उमर ने दावा किया, “मैंने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से बात की और पता चला कि हर क्षेत्र में नेशनल कॉन्फ्रेंस के पक्ष में भारी मतदान हो रहा है। हमें इन चुनावों में सफलता की उम्मीद है।”
नेकां उपाध्यक्ष ने कहा, “इन चुनावों में कई मुद्दे हैं और हमने इन पर लोगों से बात करने की कोशिश की है। अगर मतदाता अगले पांच साल के लिए हमारे हक में मतदान करते हैं तो हम उनके लिए क्या कर सकते हैं.. आइए आठ अक्टूबर तक इंतजार करें जब चुनाव परिणाम घोषित होंगे।”
श्री उमर ने लोगों से आग्रह किया कि वे घरों से बाहर से आएं और अपने उम्मीदवार को चुनने के लिए समझदारी से मतदान करें। उन्होंने दावा किया कि अवामी इतिहाद पार्टी (एआईपी) के अध्यक्ष अब्दुल रशीद शेख, (जिन्हें इंजीनियर रशीद के नाम से जाना जाता है) ने एक साक्षात्कार में कहा है कि उनके दरवाजे किसी के लिए बंद नहीं हैं।
उन्हाेंने कहा, “इसका मतलब है कि कल सरकार गठन के लिए रशीद भाजपा की मदद करेंगे।” श्री उमर ने कहा, “इंजीनियर राशिद जमात-ए-इस्लामी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रहे हैं और यह स्पष्ट है कि जमात भी भारतीय जनता पार्टी की मदद करेगी… यह चिंता का विषय है और लोगों को अपने मताधिकार का प्रयोग बहुत समझदारी से करना चाहिए।”
केन्द्रशासित प्रदेश के सात जिलों के 24 निर्वाचन क्षेत्रों के सभी 3,276 मतदान केंद्रों पर आज सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ। इस चरण के चुनाव में कुल 23.27 लाख मतदाता 219 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला करने के लिए मतदान करने के पात्र हैं।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों चुनाव होने वाले हैं। दूसरे चरण का मतदान 25 सितंबर और तीसरे चरण का मतदान एक अक्टूबर को होगा। मतगणना आठ अक्टूबर को होगी और चुनाव प्रक्रिया 10 अक्टूबर तक संपन्न हो जायेगी।