थोक महंगाई दर मई में घटकर 14 महीने के निचले स्तर 0.39 फीसदी पर
नई दिल्ली। महंगाई के मोर्चे पर आम जनता को बड़ी मिली है। खुदरा महंगाई के बाद थोक महंगाई दर में भी गिरावट आई है। मई महीने में थोक महंगाई दर घटकर 0.39 फीसदी पर आ गई है, जो इसका 14 महीने का निचला स्तर है। इससे पहले अप्रैल में थोक महंगाई दर 0.85 फीसदी रही थी, जबकि पिछले साल मई में यह 2.74 फीसदी थी।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने सोमवार को जारी आंकड़ों में बताया कि थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित थोक महंगाई दर मई महीने में घटकर 0.39 फीसदी पर आ गई है। रोजाना की जरूरत के सामान और खाने-पीने की चीजों की कीमतों के घटने से थोक महंगाई दर में गिरावट दर्ज हुई है। ये इसका 14 महीने का निचला स्तर है। मंत्रालय के मुताबिक इससे पहले अप्रैल महीने में थोक महंगाई दर 2.05 फीसदी से घटकर 0.85 फीसदी पर आ गई थी, जो इसका 13 महीनों का निचला स्तर था। इससे पहले मार्च 2024 में थोक महंगाई दर 0.26 फीसदी रही थी। मार्च 2025 में यह 2.05 फीसदी पर था। जनवरी 2025, में 2.38 फीसदी थी, जबकि फरवरी 2025 में थोक महंगाई दर 2.38 फीसदी रही थी, जबकि मई 2024 में यह दर 0.53 फीसदी पर थी।
मई में ये चीजें हुईं सस्ती
आंकड़ों के अनुसार खाने-पीने के सामानों में कटौती का असर थोक महंगाई दर के आंकड़ों के तौर पर साफ देखा जा सकता है। खाने-पीने की चीजों (फूड इंडेक्स) की महंगाई 2.55 फसदी से घटकर 1.72 फीसदी पर आ गई है। वहीं, फ्यूल और पावर की थोक महंगाई दर -2.18 फीसदी से घटकर -2.27 फीसदी रही है। इसके अलावा मैन्युफैक्चरिंग प्रोडक्ट्स की थोक महंगाई दर 2.62 फीसदी से घटकर 2.04 फीसदी रही है।
पिछले हफ्ते जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार खुदरा महंगाई दर घटकर 2.82 फीसदी पर पहुंच गई है, जो छह साल का सबसे निचला स्तर था। दरअसल, फरवरी खुदरा महंगाई दर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के लक्ष्य से नीचे बनी हुई है।