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आर्थिक रूप से मजबूत भारत पर दुनिया करती है विश्वास : जयशंकर

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नई दिल्ली। विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने गुरुवार को कहा कि भारत की अब दुनिया में एक साख है, उसे सुना जाता है और उस पर विश्वास किया जाता है।

विदेश मंत्री ने मोदी सरकार के नौ सालों के दौरान विदेश नीति की उपलब्धियों पर एक विशेष पत्रकार वार्ता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भारत विदेशी दबाव से मुक्त स्वतंत्र विदेश नीति से काम कर रहा है। भारत आर्थिक रूप से मजबूत है और अपने हितों को सुरक्षित कर रहा है। वैश्विक दक्षिण (विकासशील देश) आज भारत को एक विश्वसनीय, प्रभावी विकास भागीदार मानते हैं।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत पिछले नौ वर्षों में एक स्वतंत्र शक्ति के रूप में उभरा है और कुछ महत्वपूर्ण भू-राजनीतिक घटनाक्रमों पर स्पष्ट रुख अपनाया है।

राहुल गांधी न करें विदेश जाकर आलोचना

जयशंकर ने इस दौरान राहुल गांधी के विदेशी धरती पर भारतीय लोकतंत्र से जुड़े बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि उन्हें विदेश जाकर आलोचना नहीं करनी चाहिए। यह भारत के हित में नहीं है।

विदेश मंत्री ने कहा कि भारत में अलग-अलग राज्यों में हो रहे चुनावों के अलग-अलग नतीजे आ रहे हैं। अलग-अलग पार्टियां विजयी हो रही हैं। भारत में अगल लोकतंत्र न होता तो एक ही पार्टी जीतती। साथ ही उन्होंने इशारों में यह भी कह दिया कि 2024 में भाजपा दोबारा सत्ता में होगी। उन्होंने कहा कि नतीजों के बारे में सबको पता है।

राहुल को नसीहत देते हुए जयशंकर ने कहा कि राहुल गांधी विदेश जाकर देश की आलोचना करने के आदी हो गए हैं। भारत में वे कुछ भी करें इससे उन्हें कोई समस्या नहीं है लेकिन इसे विदेश ले जाना भारत के हित में नहीं है। जयशंकर ने यह भी कहा कि इन बयानों के चलते राहुल की विश्वसनीयता नहीं बची है।

उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने हाल ही में कहा था कि उन्हें भारत जोड़ो यात्रा इसलिए आरंभ करनी पड़ी क्योंकि अन्य संवाद के माध्यमों पर भाजपा और आरएसएस ने कब्जा कर रखा है। भाजपा ने यात्रा को रोकने की कोशिश की और जांच एजेंसियों के माध्यम से लोगों को धमकाया गया।

इंदिरा पर झांकी को लेकर विदेश मंत्री ने कहा कि कनाडा-भारत के रिश्तों के हित में नहीं

विदेश मंत्री ने कनाडा में स्वर्गीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या से जुड़ी झांकी निकालने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कनाडा द्वारा अलगाववादियों, चरमपंथियों और हिंसा की वकालत करने वाले लोगों को जगह देना के पीछे एक बड़ा अंतर्निहित मुद्दा है। उन्होंने कहा कि यह सब वोट बैंक की राजनीति के चलते हो रहा है। यह दोनों देशों के रिश्तों के हित में नहीं है।

इसके अलावा उन्होंने कनाडा के प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की टिप्पणी पर कहा कि उल्टा चोर कोतवाल को डांटे।

उल्लेखनीय है कि प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जोडी थॉमस ने कहा था कि भारत कनाडा में विदेशी हस्तक्षेप के शीर्ष स्रोतों में से एक है।

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