योग हमारी परंपरा, नई पीढ़ी तक पहुंचने की जरूरत : स्वास्थ्य मंत्री
रांची। स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि योग हमारी परंपरा का अभिन्न अंग है, जिसे हमें नई पीढ़ी तक पहूंचाना जरूरी है। क्योंकि योग हमें न सिर्फ ऊर्जावान बनाता है, बल्कि जीवन में अनुशासन, शांति और सामंजस्य भी लाता है। मंत्री शनिवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर बिरसा मुंडा फन पार्क में आयोजित सामूहिक योग कार्यक्रम में आमजनों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि यदि हर नागरिक प्रतिदिन कुछ मिनट योग करे तो न केवल उसका जीवन, बल्कि पूरा समाज स्वस्थ और समृद्ध बन सकता है। योग सिर्फ एक व्यायाम नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है। जो मन, शरीर और आत्मा के बीच संतुलन बनाता है। आज की तनावपूर्ण जीवनशैली में योग मानसिक शांति और शारीरिक स्वास्थ्य का सबसे प्रभावी माध्यम है। इसलिए योग के लाभ और महत्व के बारे आमजनों को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पारंपरिक भारतीय चिकित्सा पद्धतियों को बढ़ावा देने के लिए पुरुष प्रशिक्षक की ओर से प्रति माह 32 योग सत्र और महिला प्रशिक्षक के जरिए
20 योग सत्र आयोजित किए जा रहे हैं।
राज्य के 745 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में लगभग 1000 योग प्रशिक्षक कार्यरत हैं। कक्षा 6 से 12 तक के छात्र-छात्राओं को योग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
मौके पर रांची विधायक सीपी सिंह ने कहा की योग दिवस एक वैश्विक उत्सव बन चुका है। झारखंड सरकार का यह प्रयास सराहनीय है और हमें योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना चाहिए।
वहीं, थीम एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग के अनुरूप आयोजित इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार, अभियान निदेशक शशि प्रकाश झा, आयुष निदेशक सीमा कुमारी उदयपुरी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।