Jharkhand : मनीष जायसवाल ने सदन में कुर्ता फाड़ कर जताया विरोध
रांची, 21 मार्च । झारखंड विधानसभा में मंगलवार को हजारीबाग में रामनवमी पर डीजे प्रतिबंध और 500 लोगों पर एफआईआर दर्ज किए जाने के खिलाफ मनीष जायसवाल सदन में सरकार से इसे वापस लेने की मांग कर रहे थे। सरकार से जवाब नहीं मिलने से नाराज होकर वे वेल में पहुंच गए और स्पीकर के आसन में समक्ष सामने खड़े होकर अपना कुर्ता फाड़ दिया।
मनीष जायसवाल ने कहा कि हजारीबाग में पुलिस वाले लोगों को डरा धमका रहे हैं। डीजे वालों से सिग्नेचर करवा रहे हैं कि उन्हें डीजे नहीं देना है। उन्होंने कहा कि क्या इस राज्य में हिंदू होना अपराध है। सदन में भी हमें कोई संरक्षण नहीं मिलता है। क्या हम लोग तालिबान में रहते हैं। डीजे क्यों नहीं बजेगा क्या कोई तर्क है।
उन्होंने कहा कि सदन में विपक्ष के सवालों का जवाब नहीं मिल रहा है। नियोजन पर विरोध किया तो कार्यमंत्रणा समिति में यह बात आई कि इस मामले पर मुख्यमंत्री जवाब देंगे। अबतक नहीं आया। लगातार हमलोग रामनवमी के मामला उठा रहे हैं। निर्दोष पर दायर प्राथमिकी वापस लिया जाय।
हिंदू इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे : भानु प्रताप शाही
भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही ने कहा कि क्या हमलोग तालिबानी शासन में रह रहे हैं। हजारीबाग के बाद अब पलामू में भी ढोल-ताशा बजाने पर रोक लगा दी गयी है। हम हिंदू इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस पर प्रदीप यादव ने कहा कि हम भी राम के भक्त हैं, मगर राम के नाम पर ये लोग दंगा कराते हैं। राम के नाम पर ये लोग नाटक करते हैं।
हिन्दुस्थान समाचार