आदिवासियों के साथ हमें ईवीएम में हो रही चोरी और लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई लड़ना होगा: दिग्विजय
सिवनी, 02 अप्रैल : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने आज कहा कि हमे आदिवासियों के साथ ही ईवीएम में हो रही चोरी और लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई लड़ना होगा।
श्री सिंह ने जिला मुख्यालय स्थित पाॅलिटेक्निक कालेज मैदान में बिरसा बिग्रेड द्वारा मिशन आदिवासी स्थापना दिवस पर आयोजित सभा को संबोधित किया। श्री सिंह ने कहा कि हम लोग ना केवल आदिवासियों की लड़ाई लड़ेंगे, बल्कि इस देश में जो ईवीएम मशीन में चोरी हो रही है, उसकी लड़ाई भी हम श्री पवार के नेतृत्व में लड़ेंगे।
राज्यसभा सांसद ने कहा कि वे आरएसएस और भारतीय जनता पार्टी के लोगों को अगाह करना चाहते हैं कि वे आदिवासियों की पहचान छीनने का प्रयास मत करें। इनकी पहचान बनाए रखना मौलिक संवैधानिक अधिकार है। पेसा कानून पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने मध्यप्रदेश में वर्ष 1998 में पेसा कानून के नियम बनाने शुरू कर दिए थे। ग्राम सभा को अधिकार सम्पन्न बनाने का कानून बनाया था। मध्यप्रदेश पहला राज्य था जिसने पेसा कानून को लागू करने का प्रयास किया था।
सभा को संबोधित करते हुए एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि आदिवासियों की समस्याओं और उनके अधिकारों के लिए हम सब एकजुट होकर सभी विषयों पर चर्चा करेंगे। देश में जितने भी बांध बने हैं, हाइवे बने हैं, रेल मार्ग बने। इसमें सबसे ज्यादा नुकसान आदिवासियों को अपनी जमीन से वंचित होकर उठाना पड़ा। वन अधिनियम 1972 बनने के बाद आदिवासियों के अधिकारों को सीमित कर दिया गया। जबकि जल, जंगल और जमीन को बचाने वाले आदिवासी ही हैं। सभी बिन्दुओं पर आदिवासियों की मांग केंद्र सरकार के सामने रखी जाएगी।
कार्यक्रम को महाराष्ट्र के पूर्व उप मुख्यमंत्री छगन भुजबल, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध मोहिते, डिंडोरी के विधायक और आदिवासी नेता ओंमकार मरकाम, बरघाट विधायक अर्जुन सिंह काकोड़िया और बिरसा बिग्रेड के प्रमुख सतीश पेंडाम ने भी संबोधित किया।
सं बघेल
वार्ता