ईपीएफओ ने कर्मचारी भविष्य निधि पर ब्याज दर बढ़ा कर 8.15 फीसदी किया
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- -चालू वित्त वर्ष 2022-23 के लिए ईपीएफ पर अब मिलेगा 8.15 फीसदी ब्याज
- -कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के 6 करोड़ से अधिक उपभोक्ताओं को फायदा
नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) पर ब्याज दरें बढ़ा दी है। ईपीएफओ ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए ईपीएफ पर ब्याज दर 8.15 फीसदी तय की है। इससे पिछले वित्त वर्ष में यह दर 8.10 फीसदी थी।
श्रम मंत्रालय ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के निर्णय लेने वाले शीर्ष निकाय केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए सदस्यों के ईपीएफ जमा पर वार्षिक 8.15 फीसदी की दर से ब्याज देने का निर्णय लिया है। केंद्रीय श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव की अध्यक्षता वाले सीबीटी के इस फैसले से छह करोड़ से अधिक अंशधारकों को फायदा होगा।
मंत्रालय के मुताबिक सीबीटी के निर्णय के बाद वित्त वर्ष 2022-23 के लिए ईपीएफ जमा पर ब्याज दर सहमति के लिए वित्त मंत्रालय के पास मंजूरी के लिए भेजी जाएगी। सरकार की मंजूरी मिलने के बाद 2022-23 के लिए ईपीएफ पर ब्याज ईपीएफओ अंशधारकों के खातों में डाल दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि ईपीएफओ ने मार्च, 2022 में अपने करीब 5 करोड़ अंशधारकों के लिए वित्त वर्ष 2021-22 में ईपीएफ पर ब्याज दर घटाकर 8.10 फीसदी कर दिया था। इससे पहले मार्च, 2020 में वित्त वर्ष 2020-21 के लिए ईपीएफ पर ब्याज दर 8.5 फीसदी था, जबकि वित्त वर्ष 2018-19 के लिए यह दर 8.65 फीसदी थी।