फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार गुरुवार को आजाद मैदान में लेगी शपथ
मुंबई, 04 दिसंबर : महाराष्ट्र में श्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार का शपथ ग्रहण समारोह गुरुवार को मुंबई के ऐतिहासिक आजाद मैदान में होगा। इस समारोह में पांच हजार “लड़की बहिन” (प्रिय बहनें) मौजूद रहेंगी, जिन्होंने हाल ही में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में गठबंधन को सत्ता में बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों तथा उपमुख्यमंत्रियों समेत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के नेताओं को आमंत्रित किया गया है।इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जा रहा है।
थपथ ग्रहण समारोह के लिए एक भव्य मंच तैयार किया गया है, जहां पहली पंक्ति में प्रधानमंत्री, राज्य के राज्यपाल,श्री फड़णवीस और दोनों उपमुख्यमंत्री बैठेंगे। एक तरफ भावी मंत्री और दूसरी तरफ कुछ महत्वपूर्ण हस्तियां बैठेंगी।
आयोजन में लगभग 25,000 लोगों के लिए बैठने की व्यवस्था की गई है, विशेषकर महिलाओं के लिए, जिनके बारे में माना जाता है कि उन्होंने बड़ी संख्या में महायुति के पक्ष में मतदान किया था।
विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ‘एक हैं तो सेफ हैं’ का नारा बुलंद किया था और शपथ ग्रहण समारोह में भी यह नारा सुनाई देगा तथा एक विशेष कक्ष बनाया गया है जहां महायुति कार्यकर्ता टी-शर्ट पहनकर बैठेंगे जिस पर लिखा होगा ‘एक हैं तो सेफ हैं’।
शपथ ग्रहण समारोह के लिए पुलिस के बड़े दल को तैनात किया जाएगा। इस दल का नेतृत्व अनुभवी पुलिस अधिकारी करेंगे। एक अधिकारी ने बताया कि इस समारोह में एक संयुक्त पुलिस आयुक्त, तीन अतिरिक्त पुलिस आयुक्त, छह उप पुलिस आयुक्त, 16 सहायक उप पुलिस आयुक्त और लगभग 600 पुलिस अधिकारी मौजूद रहेंगे। इसके अलावा, 4,000 से अधिक पुलिसकर्मियों को भी सुरक्षा के लिए तैनात किया जाएगा।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संदीप खारदेखर ने कहा कि इस कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के अलावा, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा, सभी केंद्रीय मंत्रियों, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों और राज्य के सभी दलों के नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है।
आजाद मैदान समेत मुंबई के महत्वपूर्ण स्थानों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी। मैदान के आसपास लगभग 5,000 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे, इसमें दो दंगा नियंत्रण टीमें, बम खोजी दस्ता और निपटान टीमें शामिल होंगी।
सभी गणमान्य लोगों के आगमन और निकास मार्गों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी।