ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने संसद को गुमराह करने की बात स्वीकारी
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- कहा, पार्टीगेट मामले में उनकी नीयत नहीं थी खराब
लंदन। ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने स्वीकार किया है कि उन्होंने पार्टीगेट मामले में संसद को गुमराह किया था। इस मामले की जांच कर रही संसद की विशेषाधिकार समिति को दिए जवाब में जॉनसन ने कहा है कि यह सब कुछ उनसे अनजाने में हुआ और उनकी नीयत खराब नहीं थी।
कोरोना काल के दौरान ब्रिटेन में जिस समय पूर्ण लॉकडाउन लगा था, तब ब्रिटेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के 56वें जन्मदिन पर उनकी पत्नी केरी ने एक पार्टी दी थी। लॉकडाउन प्रतिबंधों के चलते उस समय ऐसी किसी पार्टी की अनुमति नहीं थी। इसके बावजूद न सिर्फ वहां पार्टी हुई बल्कि कई अन्य प्रतिबंध भी तोड़े गए। इस मामले को पार्टीगेट घोटाला कहा जाता है। मामले की सही जानकारी ब्रिटिश संसद को न देने सहित कई आरोपों में घिरे जॉनसन को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
अब संसद की विशेषाधिकार समिति इस मामले की जांच कर री है। जांच समिति को दिए 52 पन्नों के लिखित जवाब में जॉनसन ने बताया कि उन्होंने दो साल के कोविड लॉकडाउन में नियमों को तोड़ने से इनकार क्यों किया? पिछले साल इसी मामले को लेकर संसद के सामने आरोपों को खारिज करने वाले जॉनसन ने अब कहा है कि उन्होंने जानबूझकर या लापरवाही से एक दिसंबर 2021, आठ दिसंबर 2021 या किसी अन्य तारीख को सदन को गुमराह नहीं किया। उन्होंने वकील द्वारा तैयार जवाब पढ़े जाने की बात कही। वही बोला, जो मेरे वकील ने तैयार किया था।