राजनीति के निम्न स्तर पर उतरी हेमंत सरकार,अटल वाजपेयी के योगदान को कर रही अनदेखा: बाबूलाल
रांची, 25 जुलाई । झारखंड में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने राज्य सरकार के जरिये अटल मोहल्ला क्लीनिक का नाम बदलकर मदर टेरेसा के नाम पर किए जाने पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने राज्य की हेमंत सोरेन सरकार पर अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान को अनदेखा करने का आरोप लगाया।
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि राज्य की हेमंत सोरेन सरकार राजनीति के निम्न स्तर पर उतर गयी है। उन्होंने मुख्यमंत्री सोरेन से यह पूछा है कि इसे कृतघ्नता कहा जाए या नैतिक पतन, कि राज्य सरकार ने मोहल्ला क्लिनिक के नाम से अटल बिहारी वाजपेयी का नाम हटाने का निर्णय लिया है?
मरांडी ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है कि झारखंड राज्य के निर्माण में अटल बिहारी वाजपेयी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी ने झारखंड की धरती से जनता से वादा किया था कि यदि केंद्र में उनकी सरकार बनी, तो झारखंड के लोगों को एक अलग राज्य का उपहार दिया जाएगा और जैसे ही उनकी सरकार बनी, उन्होंने अपना यह वादा निभाया।
उन्होंने कहा कि झारखंडवासियों को उनका अधिकार दिलाने में और आदिवासी अस्मिता को अलग पहचान देने में अटल बिहारी वाजपेयी के अटल इरादों की निर्णायक भूमिका रही है।
मरांडी ने कहा कि क्या राज्य सरकार यह स्पष्ट कर सकती है कि कैबिनेट के इस निर्णय से स्वास्थ्य व्यवस्था में वास्तविक सुधार होगा? एम्बुलेंस समय पर पहुंचने लगेगी? क्लिनिक में बेहतर इलाज उपलब्ध हो सकेगा?
उन्होंने कहा कि यदि सरकार को वास्तव में मदर टेरेसा का सम्मान करना था, तो उनके नाम पर कोई नई योजना लाती, ऐसी योजना जो मरीज़ों को सहारा और सेवा प्रदान करती, जो स्वयं मदर टेरेसा के जीवन का उद्देश्य था। किन्तु ऐसा न कर सरकार ने यहां भी केवल राजनीतिक हित साधने का प्रयास किया है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था इतनी बदहाल है कि गर्भवती महिलाओं को एम्बुलेंस न मिलने के कारण रास्ते में ही प्रसव कराना पड़ रहा है। वृद्ध महिलाओं को खाट पर अस्पताल ले जाया जा रहा है और शवों को ले जाने तक के लिए एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं है। परन्तु इन बुनियादी समस्याओं को दूर करने के बजाय, सरकार नाम बदलने में व्यस्त है।