शाह ने बताया मोदी सरकार के 10 साल को नये युग की शुरुआत
नयी दिल्ली 30 जनवरी : केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुुरुवार को कहा कि मोदी सरकार के 10 साल का कार्यकाल सच्चे अर्थ में एक युग का अंत करने और एक नये युग की शुरूआत करने वाला समय रहा।
श्री शाह आज यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल की उपलब्धियों पर केन्द्रित पुस्तक ‘इंडियन रेनेसां: द मोदी डिकेड’ के विमोचन समारोह को संबोधित कर रहे थे। यह पुस्तक डॉ. ऐश्वर्या पंडित ने लिखी है।
कार्यक्रम में केन्द्रीय मनोहर लाल और सांसद कार्तिकेय शर्मा भी उपस्थित रहे।
गृह मंत्री ने कहा, “मैं निश्चित रूप से मानता हूँ कि मोदी जी के ये दस साल आने वाले 25 साल की नींव है। हमारे अमृत काल की नींव है।” उन्होंने कहा कि उन्हें भरोसा है कि भारत को अब प्रगति की राह पर अब कोई रोक नहीं सकता है। श्री शाह ने कहा कि भारत में एक समय आबादी बोझ मानी जाती थी, लेकिन प्रधानमंत्री ने 130 करोड़ की आबादी को सशक्त कर देश को दुनिया का एक विशाल बाजार बनाया है। उन्हाेंने कहा कि पहले यह बाजार वास्तव में 130 करोड़ का नहीं था क्योंकि 60 करोड़ ऐसे थे जिनकी जेब में पैंसा नहीं था कि वे कुछ खरीद सकें।
श्री शाह ने कहा कि दस साल में मोदी सरकार ने आम लोगों को घर, गैस कनेक्शन, शौचालय, स्वच्छ पानी, बीमा और पांच किला मुफ्त राशन देकर मजबूत किया है। उन्होंने कहा कि जब कोई व्यक्ति कर्मठता से अपने दृष्टिकोण को स्वच्छ हृदय से पराकाष्ठा तक परिश्रम करते हुए देश का नेतृत्व करता है तो इतिहास उसको नजरअंदाज नहीं कर सकता। प्रधानमंत्री मोदी हर पल इसकी चिंता की है कि देश की युवा पीढ़ी को देश के आजादी का लम्बा इतिहास ध्यान में आवें, आजादी के गुमनाम नायकों को इतिहास में स्थान मिले।
श्री शाह ने कहा कि दुनिया ने प्रधानमंत्री मोदी की उपलब्धियों को मान्यता दी है। भारत के वह एक मात्र ऐसे नेता है जिन्हें 16 देशों ने अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया है। प्रधानमंत्री मोदी जैसे नेता को यदि 16 देश सम्मान कर रहे हैं तो उसके कुछ मायने हैं।
गृह मंत्री ने कहा कि आजादी के 75 साल बाद भी 20 हजार ऐसे गांव थे जहां बिजली के खंभे नहीं थे आज देश के हर घर में बिजली पहुंचायी जा चुकी है। दस साल में 25 करोड़ लोग गरीबी के गर्त से बाहर आये हैं, 80 करोड़ लोगों को राशन मिला है, 12 करोड़ लोगों को शौचालय मिला है और चार करोड़ लोगों को पक्का घर, 15 करोड़ घरों में नल से जल पहुंचाया गया और महिलाओं का मुफ्त सिलेंडर देकर उन्हें रसोई से धुआं मुक्त कर जीवन दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने राष्ट्र भाषा हिन्दी को प्रतिष्ठा दिलायी है। उन्होंने कहा कि भारत किसी भाषा का विरोधी नहीं है लेकिन अंग्रेजी या कोई भाषा बुद्धि का पैमाना नहीं हो सकती। प्रधानमंत्री विश्व मंच पर बोलते हैं तो दुनिया गौर करती है।
उन्होंने कहा कि 10 साल पहले देश में पॉलिसी पैरालिसिस (नीति का लक्वा मारने) की बात होती थी आज देश सुधारों की राजनीति की पहचान बन गया है। मोदी ने जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टिकरण के नासूर से भारतीय लोकतंत्र को मुक्ति दिलाकर ‘काम की राजनीति’ स्थापित करने का कार्य किया है।