HindiJharkhand NewsNews

झारखंड : दुर्गा पूजा के मद्देनजर पुलिस मुख्यालय ने एसपी से मांगी रिपोर्ट

रांची। दुर्गा पूजा के मद्देनजर पुलिस मुख्यालय ने राज्य के सभी एसपी से रिपोर्ट मांगी है। मुख्यालय से मंगलवार को मिली जानकारी के अनुसार दुर्गा पूजा के दौरान झारखंड में किसी प्रकार की विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न ना हो, इसको लेकर झारखंड पुलिस मुख्यालय ने जिले के एसपी से जबरन चंदा वसूली सहित कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी है।

इन बिंदुओं पर मांगी है रिपोर्ट

-दुर्गा पूजा के अवसर पर पूजा-अर्चना और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन कहां-कहां किये जायेंगे और कितनी भीड़ होने की संभावना है, इससे संबंधित विवरण।

  • क्षेत्र में लाइसेंसी और गैर लाईसेंसी पूजा पंडालों की संख्या।
  • दशहरा के नाम पर किन-किन स्थानों पर जबरन चंदा वसूली की जाती है और इसके रोकथाम के क्या उपाय हैं
  • दशहरा के अवसर पर पूर्व से संवेदनशील पूजा पंडाल किन-किन स्थानों पर है, जहां निगरानी रखे जाने की आवश्यकता है।
  • पूजा पंडालों में आग लगने की स्थिति में अग्निशामक की व्यवस्था है या नहीं।
  • दशहरा के अवसर पर पूर्व में हुए विवाद और घटना की सूची की विवरणी।
  • बीते पांच सालों (2019-2023 तक) में दशहरा पर घटित सांप्रदायिक घटनाओं की संक्षिप्त विवरणी।
  • वैसे असामाजिक तत्वों जो पूर्व में दंगा व सांप्रदायिक कांडों में संलिप्त व आरोपित रहे हो और विधि-विरुद्ध कार्य कर या अफवाह फैलाकर सांप्रदायिक तनाव और विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न कर सकते हैं, उसकी सूची।
  • वैसे व्हाट्सएप, फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया ग्रुप जो किसी विशेष सांप्रदाय, धर्म और जाति की भावनाओं को आहत करने वाली टिप्पणियां करते हैं और नफरत और अफवाह फैलाते हैं, उनके एडमिन के नाम और मोबाइल नंबर।
  • अवैध पशु तस्करों और वधशाला की सूची।
  • अवैध शराब कारोबारियों की सूची।
  • शांति समिति की बैठक से संबंधित सूचना और विवरणी।
  • ऐसे शांतिप्रिय और गणमान्य व्यक्तियों (नाम, पता, फोन नंबर) की विवरणी जो आपातकालीन स्थिति में प्रशासन को सहयोग कर सकते हैं।
  • शांति और विधि-व्यवस्था बनाये रखने के अन्य महत्वपूर्ण तथ्य और सुझाव।
  • विसर्जन जुलूस के दौरान किन-किन धार्मिक स्थानों, रास्तों और विवादास्पद स्थलों पर निगरानी रखे जाने की आवश्यकता है।
  • नदी और जलाशयों में प्रतिमा विसर्जन के दौरान संभावित दुर्घटना से बचाव के लिए किन-किन स्थानों पर गोताखोरों और नावों की व्यवस्था की गयी है।
  • किन-किन स्थानों और पंडालों में विशिष्ट और अति विशिष्ट महानुभावों के शामिल होने की संभावना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *